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पाकिस्तानी सिंगर गुलाम अली का जन्मदिन, अभिजीत भट्टाचार्या ने कहा था 'शादी का कव्वाल'

Neha Dani
5 Dec 2022 9:08 AM GMT
पाकिस्तानी सिंगर गुलाम अली का जन्मदिन, अभिजीत भट्टाचार्या ने कहा था शादी का कव्वाल
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मीडिया ने गुलाम अली से इस पर पूछा था तब उन्होंने कहा था कि सिंगर उनके भाई हैं। उन्हें उनसे कोई शिकायत नहीं है।
'हमको किसी के गम ने मारा', 'हम तो अब भी वो गुजरा जामाना', 'ये दिल, ये पागल दिल मेरा' जैसे ढेरों हिट गजल से लोगों को अपना दिवाना बनाने वाले गायक गुलाम अली का आज 5 दिसंबर को बर्थडे है। सियालकोट में जन्मे गुलाम अली ने पाकिस्तान से भारत का सफर तो बखूबी तय किया। कइयों से उन्हें खूब प्यार मिला और कई बार उन्हें जिल्लत के लड्डू नसीब हुए। उन्होंने जितनी मेहनत से भारत में नाम कमाया, लोगों के बीच अपनी जगह बनाई। उतनी ही आसानी से कुछेक ने उनकी कला का अपमान कर दिया। उसमें कोई कसर नहीं छोड़ी। आज हम ऐसा ही बातों पर जमी धूल को झाड़ने जा रहे हैं, जो वाकई जानने लायक हैं।
गुलाम अली (Ghulam Ali) का जन्म 5 दिसंबर 1940 को पंजाब, पाकिस्तान में हुआ था। वह एक गजल गायक थे। बॉलीवुड में प्लेबैक सिंगर के तौर पर भी वह काम किया था। उनकी आवाज इतनी दमदार थी कि वह समां बांध देते थे। सुनने वालों को अपने बोल से ही मदहोश कर दिया करते थे। मतलब गुलाम अली अपने दशक के सबसे बेहतरीन गजल सिंगर्स में से एक थे। न केवल पाकिस्तान और भारत, वह अफगानिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश समेत साउथ एशिया, यूए और यूके जैसे देशों में भी फेमस थे।
गुलाम अली के गाने और विवाद
गुलाम अली ने चुपके चुपके रात दिन, कल चौदहवीं की रात थी, हंगामा क्यों बरपा, अपनी धुन में रहता हूं जैसे गजल बॉलीवुड फिल्मों को दिए हैं और सभी सुपरहिट भी हुए हैं। साल 2014 में तो इनकी गजल 'हसरतें' को GIMA अवॉर्ड्स में बेस्ट गजल एल्बम कैटगरी में नॉमिनेट किया गया था। परिवार की बात करें तो इन्होंने अफसाना अली से शादी की थी। इनसे एक बेटी हुई, जिसका नाम मंजरी गुलाम अली रखा। खैर। इनके विवादों पर आते हैं।
गुलाम अली का कॉन्सर्ट शिवसेना ने किया कैंसिल
साल 2015 की बात है। 9 अक्टूबर के दिन मुंबई में गुलाम अली का एक कॉन्सर्ट होना था। लेकिन शिवसेना ने इसका विरोध किया जिसके बाद ये प्रोग्राम कैंसिल हो गया था। ऐसा इसलिए क्योंकि पाकिस्तान की तरफ से लगातार भारत पर हमले हो रहे थे। हालांकि सिंगर के आयोजकों ने महाराष्ट्र सरकार से उस दौरान बात की थी लेकिन वह नहीं माने। तब कॉन्सर्ट रद्द कर दिया गया था। हालांकि सिंगर के सपोर्ट में तब अली मर्चेंट और एआर रहमान उतरे थे। वहीं, बॉलीवुड सिंगर अभिजीत भट्टाचार्या ने सिंगर को डेंगू आर्टिस्ट बता दिया था।
अभिजीत भट्टाचार्या ने गुलाम अली के लिए कही थी भद्दी बातें
पाकिस्तान के हमले के बाद मुंबई में गुलाम अली को बैन कर दिया था। इसके बाद सिंगर अभिजीत भट्टाचार्या ने ट्वीट किया था। उन्होंने बहुत भला बुरा कहा था। एक ट्वीट में उन्होंने लिखा था- इन लोगों को कितना भगाया लेकिन इनको शरम नहीं है। न ही आत्मसम्मान है और न आतंकवाद के सिवाए कोई काम है। दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा था- शादी के कव्वाल को हमने सिर पर चढ़ाया। इंतजार करिए। जिस दिन तुम हवाला सिंगर्स को असली पड़ेगी। तीसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा था- कुछ नाम की हिंदू राजनीतिक पार्टियां है जो चिल्लाकर कहती हैं कि मिलेगा लेकिन वो आतंकवादी देश से आए इन डेंगू कलाकारों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लेती है। अभिजीत भट्टाचार्या के इन ट्वीट्स के बाद जब मीडिया ने गुलाम अली से इस पर पूछा था तब उन्होंने कहा था कि सिंगर उनके भाई हैं। उन्हें उनसे कोई शिकायत नहीं है।
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