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Neetu Kapoor को आउटडोर शूटिंग में सड़क पर ही होना पड़ता था तैयार, एसी और टायलेट जैसी नहीं मिलती थीं सुविधाएं

Neha Dani
9 July 2022 3:05 AM GMT
Neetu Kapoor को आउटडोर शूटिंग में सड़क पर ही होना पड़ता था तैयार, एसी और टायलेट जैसी नहीं मिलती थीं सुविधाएं
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मैं लकी हूं मैंने वो दौर भी देखा है और अब काम कर रही हूं तो बदलता दौर भी देख रही हूं।

बेटी रिद्धिमा और दामाद के साथ लंदन में आज नीतू कपूर अपना जन्मदिन सेलिब्रेट कर रही हैं। नीतू कपूर को उनकी बहू आलिया ने उन्हें सोशल मीडिया पर बड़े ही प्यारे अंदाज में एक स्पेशल नोट लिखकर जन्मदिन की बधाई दी तो वहीं, उनके फैंस भी लगातार उन्हें सोशल मीडिया पर प्यार बरसा रहे हैं। हाल ही में नीतू कपूर ने एक रियलिटी शो की शूटिंग खत्म की है। इसके अलावा वह हाल ही में फिल्म 'जुग-जुग जियो' में भी नजर आई थीं। जो बॉक्स ऑफिस पर अभी भी अच्छी कमाई कर रही है।



नीतू कपूर ने अपने करियर की शुरुआत एक चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर की थी और उसके बाद उनकी फिल्मों को जबरदस्त सफलता मिली, लेकिन जब उनका करियर बुलंदियों पर था तब उन्होंने अपने एक्टिंग करियर से ब्रेक ले लिया था। हालांकि, अब ऋषि कपूर के निधन के बाद नीतू ने पर्दे पर वापसी की है। इतने सालों के लंबे गैप के बाद फिल्म इंडस्ट्री और काम करने के तरीके में कितना बदलाव आया है इस पर बातचीत करते हुए नीतू कपूर ने मीडिया से बातचीत में पुराने दिनों के शूटिंग से जुड़े कई मजेदार किस्से शेयर किए।



नीतू कपूर कहती हैं कि इन दिनों बहुत कुछ बदल गया है। आजकल सारी सुख सुविधाएं हैं और एक्टर्स को कम्फर्ट देंने की ज्यादा से ज्यादा कोशिश की जाती है। जबकि हमारे वक्त में सुख- सुविधाएं नहीं थी, लेकिन फिर भी हम काम करते हुए बहुत इंजॉय करते थे। उन दिनों जब आउटडोर सीन होता था तो हम सड़क पर बैठकर ही मेकअप करते थे और सड़क पर ही साड़ियां पकड़ कर कपड़े बदलते थे क्योंकि तब वैनिटी जैसी सुविधाएं तो होती ही नहीं थी ये तो अब होने लगी है उन दिनों तो हम टॉयलेट करने के लिए भी ऐसे ही आसपास जगह खोजते थे।

नीतू बातचीत को बढ़ाते हुए आगे कहती हैं कि तब एयरकंडीशनर नहीं होता था तो हम पंखे में मैनेज करते थे और कई बार ऐसी जगह शूटिंग होती थी जहां पर पंखा भी नहीं होता था। तब वह हाथ का पंखा करते हुए अपना मेकअप संभालते थे। तब तो अहसास नहीं था लेकिन अब लगता है कि वह दिन काफी टफ होते थे, लेकिन हमने उन दिनों को उन पलों को बहुत इंजॉय किया है। एक दिन में हम तीन-तीन फिल्मों की शूटिंग के लिए अलग-अलग सेट पर पहुंचते थे क्योंकि काम करने में बहुत मजा आता था और कितनी भी शूटिंग कर ले लेकिन, थकते नही थे। अब एक सेट पर एक ही शिफ्ट में हालत खराब हो जाती है। मैं लकी हूं मैंने वो दौर भी देखा है और अब काम कर रही हूं तो बदलता दौर भी देख रही हूं।

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