मनोरंजन

मुकेश खन्ना ने सैफ अली खान को लगाई फटकार...बोले करोड़ों लोगों की आस्था से मत खेलो...वायरल हुआ VIDEO

Subhi
9 Dec 2020 2:00 AM GMT
मुकेश खन्ना ने सैफ अली खान को लगाई फटकार...बोले करोड़ों लोगों की आस्था से मत खेलो...वायरल हुआ VIDEO
x
बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान इन दिनों विवादों का हिस्सा बने हुए हैं.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान इन दिनों विवादों का हिस्सा बने हुए हैं. सैफ अली खान अपनी आने वाली फिल्म आदिपुरुष में रावण के किरदार में नजर आएंगे. सैफ के बयान से एक्टर मुकेश खन्ना उनसे नाराज हो गए हैं. उन्होंने सैफ के इस बयान पर टिप्पणी की है.

मुकेश खन्ना ने सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा-अभी भी जाने अनजाने में फ़िल्मकार फिल्मों के तूनीर से हमारे सनातन धर्म और उनके धार्मिक किरदारों पर बाण चलाने से बाज़ नहीं आ रहे. लक्ष्मी बम फटा नहीं, एक और हमला बोल दिया गया. मशहूर कलाकार सैफ़ अली खान ने एक इंटरव्यू में एक आपत्तिजनक ख़ुलासा किया.

सैफ़ अली खान ने इस इंटरव्यू में कहा कि " महा बजट पर बनने वाली "आदिपुरुष" फिल्म में लंकेश रावण का किरदार निभाना उनके लिए बड़ा दिलचस्प रहेगा. उसमें रावण को बुरा नहीं बल्कि मानवीय और एंटर्टेनिंग दिखाया गया है. उसे हम दयालु बना देंगे. उसमें सीता हरण को न्यायोचित बताया जाएगा. पता नहीं सैफ़ को ऐसा क्यों लग रहा है कि ये इतना आसान है. लंकेश कोई गेंद नहीं जिसे आप जैसा चाहें बल्ला घुमा के मार दें. इसे मैं उनकी नादानी कहूँ या मूर्खता ! उन्हें नहीं पता कि वो देश के करोड़ों भारतीयों की आस्था से खेल रहे हैं. या फिर ये कि उन्हें पता है फिर भी जानबूझकर बोल रहे हैं. या फिर इसे मैं उन अपने आप को बुद्धिजीवी कहने वाले डायरेक्टर्स प्रोड्यूसर्स का दुस्साहस कहूँ जो अब भी ऐसी फिल्में बनाने की जुर्रत रखते हैं.

फिर वही बात कहूँगा कि दूसरे किसी धर्म के किरदारों से ऐसा खेल खेल कर बताओ. अच्छे को बुरा और बुरे को अच्छा बना के पेश करो. मार खाओगे उनसे. राम रावण नहीं बन सकते. वैसे रावण राम नहीं. तो ये रावण को दयालु बनाने का खेल क्यों भई ? क्या इसमें भी कोई साज़िश है ? या फिर इनलोगों का आज़माया हुआ फ़िल्म प्रमोशन. मैं नहीं कह सकता. जनता को ख़ुद सोचना होगा. मुझे बुरा लगा इस लिए कह दिया. आप सब भी सोचिए कि आपको भी बुरा लगा या नहीं.

आप सब सोचिए कि आपको भी बुरा लगा या ये लगा कि चलने दो क्या फ़र्क़ पड़ता है !! अगर ऐसा है तो बड़े ही शर्म की बात है हम सब के लिए. मुझे ना चाहते हुए भी कहना पड़ेगा हिंदू धर्म ख़तरे में है !!! ये दूसरे धर्म वाले हमेशा कहते रहते हैं. अब लगता है हमें भी कहना पड़ेगा. सावधान हो जाइए !!!

अब ब्रेकिंग न्यूज़ ये है कि सैफ ने लिखित माफ़ी मांग ली है अपने वक्तव्य के लिए. वाह ! क्या बात है !!कहते हैं अंग्रेज़ों ने एक ख़ूबसूरत शब्द बनाया है" सॉरी ". तीर मारो, बम चला लो, घूँसा मार दो और फिर कह दो " सॉरी" लेकिन हमें मंज़ूर नहीं. बोलने के पहले सोचा क्यों नहीं !!!! इस रावण कांड पर मैंने अपनी प्रतिक्रिया की एक छोटी सी वीडियो बनाई है. जिसे मैं आपसे शेयर करना चाहता हूं.

एक इंटरव्यू के दौरान आदिपुरुष के बारे में बात करते हुए सैफ अली खान ने कहा था कि इस फिल्म में सीता के अपहरण को जस्टफाइ करने की कोशिश की जाएगी. उन्होंने कहा था, राक्षस देवता की भूमिका निभाना मजेदार है. हम इसे थोड़ा मानवीय रूप देंगे और सीता हरण की बात को भी जस्टिफाई करने की कोशिश करेंगे. हम भगवान राम के साथ लड़ाई को बदले की लड़ाई दिखाएंगे. उन्होंने कहा था, 'एक राक्षस राजा का किरदार निभाना दिलचस्प है लेकिन ये उतना भी क्रूर नहीं है. रावण और भगवान राम के बीच हुए युद्ध को बहन के लिए बदले की भावना से जोड़कर दिखाया जाएगा.

सैफ अली खान के इस बयान के बाद उनकी कई लोगों ने आलोचना की है. जिसके बाद उन्होंने स्टेटमेंट शेयर करके सभी से माफी भी मांग ली है. उन्होंने कहा- मुझे पता चला है कि मेरे एक बयान से लोगों को ठेस पहुंची है और विवाद खड़ा हो गया है. मेरा ऐसा कोई मकसद नहीं था. मैं सबसे मांफी मांगते हुए अपने बयान को वापस लेता हूं.'

उन्होंन अपने बयान में आगे कहा, ' भगवान राम हमेशा से मेरे लिए धार्मिकता और वीरता के प्रतीक रहे हैं. आदिपुरुष बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाने के बारे में है और पूरी टीम मिलकर महाकाव्य को बिना किसी विकृतियों के प्रस्तुत करने का काम कर रही है.'

Next Story