मनोरंजन

13 की उम्र में गुरु से शादी, प्यार में बदला धर्म, मजबूरी ने बनाया डांसर

Manish Sahu
17 Sep 2023 5:18 PM GMT
13 की उम्र में गुरु से शादी, प्यार में बदला धर्म, मजबूरी ने बनाया डांसर
x
मनोरंजन: बॉलीवुड लीजेंड की जिंदगी इतनी उतार-चढ़ाव से भरी रही कि उनकी बायोपिक में उनके किरदार में एक से ज्यादा एक्ट्रेस को कास्ट करने पर विचार किया जा रहा है जो उनकी जिंदगी के अलग-अलग दौर को दर्शाएंगी. हंसल मेहत के डायरेक्शन में बनने जा रही बायोपिक में सरोज खान (Saroj Khan) की प्रिय एक्ट्रेस माधुरी दीक्षित अहम रोल निभा सकती हैं.
सरोज खान का जन्म 22 नवंबर 1948 को एक हिंदू परिवार में हुआ था. वे तब निर्मला नागपाल के नाम से जानी जाती थीं. उन्होंने 13 साल की उम्र में 43 साल के गुरु सोहन लाल से शादी कर ली थी, लेकिन जब उन्हें पता चला कि वे पहले से शादीशुदा हैं और चार बच्चों के बाप हैं, तो वे बिखर गईं. उनके गुरु सोहनलाल अपने ही बच्चों को अपनाने और सरनेम देने से इनकार करने लगे थे.
निर्मला नागपाल ने पहले पति से रिश्ता तोड़ लिया और जब रोशन खान ने उन्हें शादी के लिए प्रपोज किया, तो उन्होंने शर्त रख दी कि वे उनके बच्चों को अपना सरनेम देंगे. निर्मला नागपाल ने फिर रोशन खान से शादी करके इस्लाम कुबूल कर लिया और सरोज खान बन गईं
चूंकि पति बेरोजगारी से जूझ रहे थे, तो सरोज खान ने गुजर-बसर के लिए काम करना शुरू कर दिया. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने नर्सिंग का कोर्स किया और कुछ वक्त तक नर्स भी रहीं. उन्होंने टाइपिंग और शॉर्ट हैंड की ट्रेनिंग भी ली थी, जिसके चलते उन्हें एक कंपनी में काम भी मिल गया था.
सरोज खान ने फिर दोस्त की सलाह पर बैकग्राउंड डांसर का काम दोबारा शुरू किया और फिल्म हावड़ा ब्रिज के गाने मेहरबा में बैकग्राउंड डांसर बनीं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने पहली बार फिल्म 'दिल ही तो है' का मशहूर गाना 'निगाहें मिलाने को जी चाहता है' को कोरियोग्राफ किया था.
देवानंद ने उन्हें जब अपनी फिल्म 'हरे रामा हरे कृष्णा' के मशहूर गाने 'दम मारो दम' को कोरियोग्राफ करने के लिए साइन किया, तब उनकी 8 महीने की बेटी की तबीयत बहुत खराब थी. वह जिंदगी और मौत से जूझ रही थी. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 'दम मारो दम' की जिस दिन शूटिंग थी, उसी दिन उनकी बेटी चल बसी. सरोज खान ने बेटी को दफनाया और शूटिंग के लिए सेट पर पहुंचीं. कहते हैं कि सरोज खान के समर्पण को देखकर फिल्मफेयर ने बेस्ट कोरियोग्राफर की कैटेगरी बनाई और उन्हें गाने 'दम मारो दम' के लिए बेस्ट कोरियोग्राफर का पहला अवॉर्ड दिया.
सरोज खान ने बॉलीवुड के कई स्टार्स के गानों को कोरियोग्राफ करके यादगार बना दिया था, लेकिन वे माधुरी दीक्षित पर कुछ ज्यादा ही मेहरबान रहीं, जिसके चलते श्रीदेवी की हमेशा उनसे शिकायत रही कि उन्होंने बाकी एक्ट्रेस की तरह उन्हें कोरियोग्राफ नहीं किया. उनके बीच हमेशा प्यार भरी नोक-झोंक चलती रहती थी. खबर है कि सरोज खान की जिंदगी पर जो बायोपिक बनने जा रही है, उसमें माधुरी दीक्षित अहम रोल निभा सकती हैं
Next Story