मनोरंजन

मराठी अभिनेत्री और लावणी गायिका सुलोचना चव्हाण का 91 साल की उम्र में निधन

Rani Sahu
10 Dec 2022 11:03 AM GMT
मराठी अभिनेत्री और लावणी गायिका सुलोचना चव्हाण का 91 साल की उम्र में निधन
x
मुंबई, (आईएएनएस)| प्रसिद्ध लावणी गायिका और अभिनेत्री सुलोचना कदम-चव्हाण का शनिवार सुबह उनके घर पर वृद्धावस्था संबंधी समस्याओं के कारण निधन हो गया। यह जानकारी परिवार के सद्स्यों द्वारा सामने आई है।
उनकी पोती आरती चव्हाण ने कहा, फिल्म निर्माता एस चव्हाण की विधवा लावणी गायिका 91 वर्ष की थीं और उनके परिवार में उनके बेटे और पोते हैं।
उन्होंने कहा कि, सुलोचना चव्हाण ने परिवार के फनसवाड़ी घर में अंतिम सांस ली और उनका अंतिम संस्कार दोपहर बाद दक्षिण मुंबई के गिरगांव में किया जाएगा।
लावणी गायन के प्रतिपादक - लोक संगीत और नृत्य की एक मराठी शैली - चव्हाण को इस वर्ष पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था और वह संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार (2012) और महाराष्ट्र सरकार के लता मंगेशकर पुरस्कार (2010) की प्राप्तकर्ता रही हैं।
केवल 6 साल की छोटी उम्र में अपने कलात्मक करियर की शुरूआत करते हुए, नन्ही सुलोचना कदम स्थानीय नाटक, थिएटर और गरबा समूहों में अभिनय करती थीं, इसके बाद गुजराती स्टेज एक्ट, उर्दू और हिंदी नाटकों में काम करती थीं और पंजाबी और तमिल फिल्मों में भी भूमिकाएँ निभाती थीं।
अपनी मां के साथ, उन्होंने महान फिल्म निर्माता वी. शांताराम के प्रसिद्ध राजकमल स्टूडियो में जाना शुरू किया और अपना गायन सीखना शुरू किया, जब वह मुश्किल से 11 साल की थीं, तब उन्हें पहला पेशेवर काम मिला।
बाद में, उन्होंने लावणी - एक मराठी लोक नृत्य और संगीत शैली - गाना शुरू किया और उसमें उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए वर्षों तक 'लावणी की रानी' के रूप में स्वीकार किया गया।
सुलोचना ने मराठी फिल्म 'कलगितुरा' फेम फिल्म-निर्माता एस. चव्हाण से शादी की, और अभिनय और गायन के अपने जुनून को जारी रखते हुए सुलोचना चव्हाण के रूप में जानी गईं।
चव्हाण ने एकल या समूह एल्बमों के लिए लावणी गाया, मराठी और हिंदी फिल्मों और थिएटर के लिए पाश्र्वगायन किया और आठ दशकों से अधिक के अपने फिल्म और संगीत करियर के दौरान उन्हें कई सम्मान और पुरस्कार प्रदान किए गए।
--आईएएनएस
Next Story