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67 वर्षीय मशहूर पत्रकार विनोद दुआ (Vinod Dua) का शनिवार को दिल्ली के अपोलो अस्पताल में निधन हो गया
67 वर्षीय मशहूर पत्रकार विनोद दुआ (Vinod Dua) का शनिवार को दिल्ली के अपोलो अस्पताल में निधन हो गया। विनोद दुआ के निधन की पुष्टि उनकी बेटी व एक्ट्रेस- कॉमेडियन मल्लिका दुआ (Mallika Dua) ने की है। मल्लिका दुआ ने बताया कि उनके पिता का अंतिम संस्कार रविवार को दिल्ली के लोधी रोड स्थित शवदाह गृह में किया जाएगा। इस साल की शुरुआत में कोविड के कारण विनोद को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और कोरोना वायरस से संक्रमित होने के चलते इसी साल जून में उन्होंने अपनी पत्नी, रेडियोलॉजिस्ट पद्मावती चिन्ना दुआ को खो दिया था। इस बीच मल्लिका ने इंस्टाग्राम पर पिता के निधन के पास एक पोस्ट किया है। मल्लिका के पोस्ट पर फैन्स और सितारे उनके पिता को श्रद्धांजलि दे रहे हैं और साथ ही साथ उन्हें सांत्वना दे रहे हैं।
आपके जैसा कोई नहीं होगा...
मल्लिका ने पिता विनोद की एक हंसते हुए तस्वीर शेयर की है और साथ ही कैप्शन में लिखा, 'आपके जैसा कभी कोई नहीं होगा। मेरे पहले और बेस्ट फ्रेंड, मेरे पापाजी। बहुत कम लोग आपकी जैसी बड़ी और बेहतरीन जिंदगी जी पाते हैं, हमेशा अच्छे के लिए तैयार और हमेशा चैलेंज के लिए तैयार.... लव्ड ए गुड फाइट। हमेशा अपने बच्चों के लिए मौजूद। एक सेल्फ मेड इंसान, शेर की तरह बहादुर और अपनी आखिरी सांस तक दहाड़ते हुए। वो किसी चीज से नहीं डरे, अपनी मौत से भी नहीं।'
सबसे अच्छे पिता होने के लिए आपका शुक्रिया...
मल्लिका ने आगे लिखा, 'दुनिया के सबसे अच्छे पिता होने के लिए आपका शुक्रिया। मुझे पूरा विश्वास है कि आप और मां साथ में चपली कबाब खा रहे होंगे और बातें कर रहे होंगे कि मल्लिका इतना क्यों लड़ती है सबसे, कैसे मैनेज करेगी। आप सबसे ज्यादा बहादुर, दयालु और मजाकिया इंसान थे, जिसे मैं जानती हूं। एक आम बच्चा जो नबी करीम में पैदा हुआ और उचाइयों पर पहुंचा, जीता और आखिर तक लड़ता रहा... पद्मश्री विनोद दुआ।
भारतीय जर्नलिज्म को एक लैंडमार्क दिया...
कैप्शन के आखिर में मल्लिका ने लिखा, 'सबसे कम में भी आपने भारतीय जर्नलिज्म को एक लैंडमार्क दिया। किसी भी जर्नलिस्ट पर कभी भी ऐसे ही देशद्रोही का आरोप नहीं लगेगा, क्योंकि विनोद दुआ ने उनकी लड़ाई लड़ी। स्वर्ग बहुत खुशकिस्मत है, उसके पास अब मेरी पूरी जिंदगी है। हम कभी भी डर और दुखी के साथ नहीं जिएंगे। हम गर्व और आभार के साथ जिएंगे क्योंकि हमारे पास असाधारण पैरेंटस थे। मैं किसी भी चीज के लिए अपनी किस्मत का सौदा नहीं करूंगी, क्योंकि इसने मुझे विनोद और चिन्ना दिए। कोई भी डबल लकी नहीं होता है। बहुत उम्दा।'
क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट हैं बड़ी बेटी बकुल दुआ
गौरतलब है कि कोविड की दूसरी लहर के चरम पर रहने के दौरान विनोद दुआ और उनकी पत्नी गुड़गांव के एक अस्पताल में भर्ती थे। विनोद का स्वास्थ्य तब से खराब था और उन्हें बार-बार अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा था। वहीं इस हफ्ते की शुरुआत में सोमवार को मल्लिका दुआ ने कहा था कि उनके पिता की हालत बहुत गंभीर है। बता दें कि दुआ दंपति की बड़ी बेटी बकुल दुआ हैं, जो क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट हैं।
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