जनता से रिश्ता वेबडेस्क | देश के दिग्गज़ इंडस्ट्रियलिस्ट सुब्रत रॉय 10 जून को अपने साहसपूर्ण जीवन के 75 वर्ष पूरे करने जा रहे हैं। जश्न के इस ख़ास अवसर पर निर्माता संदीप सिंह, डॉ. जयंतीलाल गड़ा (पेन स्टूडियोज़) और निर्देशक सुदीप्तो सेन ने सहारा परिवार इंडिया के सर्वेसर्वा सुब्रत रॉय के जीवन पर आधारित फ़िल्म 'सहाराश्री' बनाने का ऐलान कर दिया है।
ग़ौरतलब है कि इंडिया टुडे ने साल 2012 में सुब्रत रॉय को साल की सबसे प्रभावशाली शख़्सियत ठहराया था। पूरे भारत में रोज़गार के सबसे ज़्यादा अवसर पैदा करने के लिए सुब्रत रॉय का नाम दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित 'टाइम' मैगज़ीन में भी शामिल हुआ था।
'सहाराश्री' की रोचक कहानी सुब्रत रॉय के रूप में एक मामूली से शख़्स के संघर्ष से शुरू होकर उनके देश के सबसे प्रभावशाली शख़्सियत बनने की दास्तां को बड़े ही दिलचस्प अंदाज़ में बयां करती है। फ़िल्म में क़ानून व्यवस्था के साथ चली उनकी लम्बी लड़ाई को भी बख़ूबी पेश किया जाएगा। सुब्रत रॉय की जीवन गाथा किसी सिडनी शेल्डन के नोवल की तरह ही बेहद रोचक रही है।
निर्माता संदीप सिंह कहते हैं, "दुनिया सुब्रत रॉय के बारे में चाहे जो सोचे या फिर जो कुछ भी कहे, मगर उन्हें लेकर लोगों की धारणाएं ग़लत हैं, क्योंकि आम लोग उन्हें व्यक्तिगत तौर पर नहीं जानते हैं और ऐसे में लोग उनकी असलियत से नावाकिफ़ हैं। मैं उनका बहुत आदर करता हूं, अन्य बिज़ेनसमैन के विपरीत सुब्रत रॉय हमेशा से किसी चट्टान की तरह डटे रहे। वह एकमात्र ऐसे शख़्स हैं जिन्होंने ब्याज़ समेत 25,000 करोड़ रुपये जितनी बड़ी रकम SEBI को लौटाए। मुझे इस बात की उम्मीद है कि एक ना एक दिन उन्हें न्याय ज़रूर मिलेगा।"
वे आगे कहते हैं, "फ़िल्म की पटकथा कुछ ऐसी है कि हमें इसके लिए गहन शोध करना पड़ा। गुलज़ार, एआर रहमान जैसे दिग्गजों और अब सुदीप्तो सेन को एक प्रोजेक्ट के लिए साथ लाना भी कम मुश्क़िल काम नहीं था। जब भी मैं इस फ़िल्म के बारे में चर्चा करता था, तो लोग इस फ़िल्म को लेकर उत्साह तो जताया करते थे, लेकिन कोई भी इस फ़िल्म का हिस्सा बनने के लिए राज़ी नहीं था। मुझे नहीं पता ऐसा क्यों हो रहा था, मगर फ़िल्म से जुड़ने को लेकर उन सभी के मन में एक प्रकार का डर बैठा हुआ था। आख़िरकार अब मेरा सपना पूरा होने जा रहा है, 'सहाराश्री' की शूटिंग जल्द ही शुरू होने जा रही है।"