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72 हूरें' के मेकर्स ने जेएनयू परिसर में 04 जुलाई को फ़िल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग का किया ऐलान

Admin4
2 July 2023 1:27 PM GMT
72 हूरें के मेकर्स ने जेएनयू परिसर में 04 जुलाई को फ़िल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग का किया ऐलान
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मुंबई। जब से फ़िल्म '72 हूरें' का टीज़र रिलीज़ किया गया है, तभी से फ़िल्म को लेकर किसी ना किसी तरह का विवाद पैदा करने की कोशिश की जा रही है. इन‌ तमाम विवादों के बीच फ़िल्म‌ के‌ मेकर्स द्वारा जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) परिसर में '72 हूरें' की स्पेशल स्क्रीनिंग के ऐलान ने एक बार फिर से फ़िल्म को सुर्खियों में ला दिया है.
वैसे जेएनयू विश्वविद्यालय का इतिहास बताता है कि जब भी वास्तविक जीवन पर आधारित सशक्त फ़िल्मों का प्रदर्शन‌ जेएनयू परिसर में किया गया है, तब-तब किसी ना‌ किसी तरह का कोई विवाद ज़रूर खड़ा हुआ है. ऐसे में विश्वविद्यालय परिसर में '72 हूरें' के प्रदर्शन से मामला पहले की तरह पेचीदा साबित हो सकता है. इससे पहले वहां पर वास्तविक घटनाओं पर‌ आधारित फ़िल्मों की स्क्रीनिंग के बाद की घटनाओं ने लोगों की राय को बांटने का काम‌ किया और अक्सर ऐसी स्क्रीनिंग के बाद लोगों का आक्रामक रवैया देखने‌ को मिला है. इसके‌ सबके बावजूद '72 हूरें' के मेकर्स ने 04 जुलाई को जेएनयू परिसर‌ में फ़िल्म के प्रदर्शित किये जाने का ऐलान कर दिया है.
इस बीच, कश्मीर स्थित कुछ राजनीतिक दलों ने फ़िल्म में दिखाए गये आतंकवादियों को मानसिक रूप से बरगलाने के‌ दृश्यों पर गहरी आपत्ति जताई है. इन राजनीतिक दलों का कहना है कि फ़िल्म में पेश की गईं इस तरह की नकारात्मक बातों से धर्म विशेष‌ को लेकर लोगों में ग़लत संदेश जाएगा और इससे सामाजिक ताने-बाने को उलटा असर पड़ेगा. इन राजनीतिक दलों को इस बात का भय है कि फ़िल्म के माध्यम से उनके धर्म को अनुचित ढंग से बड़े पर्दे पर पेश किया जाएगा.‌ यही वजह है कि ये सभी पार्टियां फ़िल्म‌ की रिलीज़ में अवरोध पैदा करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहीं हैं.
देश के जाने-माने धार्मिक गुरू मौलाना साजिद राशिद ने फ़िल्म‌ '72 हूरें' पर अपनी आपत्ति उठाते हुए उसपर धार्मिक सीख का ग़लत ढंग से चित्रण करने का इल्ज़ाम लगाया है और फ़िल्म के ज़रिए करोड़ों लोगों आस्था को ठेस पहुंचाने की बात कही है. लेकिन ग़ौर करने वाली बात ये भी है कि उन्होंने '72 हूरें' से जुड़ी एक परिचर्चा के दौरान इस बात को क़बूल किया कीबमर्दों को आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के बदले जन्नत में 72 हूरों का सपना दिखाया जाता हैं जहां उन्हें औरतों के साथ अय्याशी करने का पूरा इंतज़ाम होने की बात भी कहीं जाती है.
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