Mumbai.मुंबई: हरियाणवी डांसर सपना चौधरी के डांस मूव्स देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं. जब वह मंच पर आती हैं तो क्या जवान और क्या बूढ़े सभी उनकी धुन पर नाचने लगते हैं. 33 साल की उम्र में उन्होंने बुलंदियों को छुआ हालांकि यहां तक पहुंचना उनके लिए आसान नहीं था. पिताजी की कम उम्र में मौत के बाद सपना ने घर की जिम्मेदारी अपने सिर ले ली. बस फिर क्या था सफर शुरू हुआ. लोगों ने ताने मारे. नचनियां कहा. तरह-तरह की भद्दी फब्तियां कसी. पर सपना के सपने बहुत बड़े थे. उसे आगे बढ़ना था. वो बढ़ती गई और आज हर कोई उसे जानता है. इसी सपना पर अब महेश भट्ट फिल्म बनाने जा रहे हैं. वह शाइनिंग सन स्टूडियो के सहयोग से सपना की कहानी को पर्दे पर दर्शकों के सामने लाएंगे. लेकिन इसे बनने और रिलीज होने में काफी वक्त लगेगा. सपना चौधरी का जन्म 25 सितंबर 1990 को दिल्ली के महिपालपुर में हुआ था. वह रोहतक की रहने वाली है. 2008 में उनके पिता भूपेन्द्र अत्री का लंबी बीमारी के कारण निधन हो गया. ऐसे में उन्होंने डांस के शौक को ही अपनी कमाई का जरिया बना लिया. वह रागिनी कार्यक्रमों में हिस्सा लेने लगीं. वह रागिनी भी गाने लगीं. फिर उनकी लोकप्रियता बढ़ने लगी और वो कई राज्यों में कार्यक्रमों में हिस्सा लेने लगीं.