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स्वर सामाज्ञी लता मंगेशकर ने सोमवार को संगीतकार राहुल देव बर्मन को उनकी पुण्यतिथि पर याद किया.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | स्वर सामाज्ञी लता मंगेशकर ने सोमवार को संगीतकार राहुल देव बर्मन को उनकी पुण्यतिथि पर याद किया. मंगेशकर ने कहा कि दिवंगत संगीतकार, जो मित्रों और प्रशंसकों के लिए पंचम के नाम से जाने जाते थे, उन्होंने मुझे अपनी बड़ी बहन की तरह सम्मान दिया था. लता मंगेशकर ने याद करते हुए कहा, "आज आरडी बर्मन साहब की पुण्यतिथि है. बहुत कम लोगों को पता है कि पंचम सरोद और तबला सीखा हुआ था और अच्छा बजाता था. वो एक कमाल का कलाकार था. मुझे अपनी बड़ी बहन मानता था. मैं उसके याद को विनम्र अभिनंदन करती हूं
Ek din Pancham ne mujhe kaha ki main aapse ek alag tarah ka gaana gawaana chahta hun,aap na mat kijiye. Ye hai wo gaana. https://t.co/rVCkNPKLrW
— Lata Mangeshkar (@mangeshkarlata) January 4, 2021
आरडी बर्मन का 54 साल की उम्र में 4 जनवरी, 1994 को निधन हो गया था. बता दें कि उनके प्रोफेशनल करियर की शुरुआत 1958 में हुई. उन्होंने "सोलवा साल" (1958), "चलती का नाम गाड़ी" (1958), और "कागज़ का फूल" (1957), तेरे घर के सामने (1963), बंदिनी (1963), जिद्दी (1964), गाइड (1965) और तीन देवियाँ (1965) शामिल है. अपने पिता की हिट रचना 'है अपना दिल तो आवारा' के लिए बर्मन ने माउथ ऑर्गन भी बजाय था.
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