एक थप्पड़ से खराब हो गई थी ललिता पवार की आंख, डेढ़ दिन तक नहीं आया होश
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बॉलीवुड फिल्मों की खतरनाक सास और रामानंद सागर के 'रामायण' की मथरा तो आपको याद ही होंगी। इस रोल को मशहूर अदाकारा ललिता पवार ने निभाया था। अपनी एक्टिंग से उन्होंने लोगों के दिनों में खौफ पैदा कर दिया था। बेशक फिल्म में लोगों को हीरो और हीरोइन याद रहते हों, लेकिन जिस भी फिल्म में ललिता होतीं थी उस फिल्म में उन्हें भूल पाना आसान नहीं था। उन्हें अधिकरतर सास और मां के रोल ही मिलते थे। कारण था उनका चेहरा, जो लोगों को खतरनाक होने का एहसास दिलाता था। ललिता पवार ने 22 साल पहले दुनिया को अलविदा कह दिया था। लेकिन कम ही लोग जानते हैं कि ललिता हमेशा से ऐसी नहीं दिखतीं बल्कि वह बहुत खूबसूरत थीं। लेकिन एक हादसे ने उनका पूरा चेहरा हमेशा के लिए बिगाड़ दिया था। चलिए जानते हैं किसने मारा था ललिता के चहरे पर थप्पड़।
9 साल की उम्र से फल्मों में किया काम
ललिता पवार ने 9 साल की उम्र से ही एक्टिंग की दुनिया में कदम रख दिया था। एक बार जब वह अपने पिता के साथ फिल्म की शूटिंग देखने गई थीं को निर्देशक नाना साहेब की नजर उन पर पड़ी। उन्होंने ललिता को बाल कलाकार का रोल ऑफर किया। जिसके बाद उन्होंने फिल्म 'राजा हरिश्चंद्र' से डेब्यू किया था। 40 के दशक के बाद उन्हें मुख्य अदाकारा के रुप में पहचान मिलने लगी।
एक थप्पड़ ने बदल दी जिंदगी
बात साल 1942 की है, जंग-ए-आजादी के सेट पर एक सीन की शूटिंग चल रही थी। इस सीन में अभिनेता भगवान दादा को ललिता पवार को एक थप्पड़ मारना था। भगवान दादा ने ललिता के इतनी जोर का थप्पड़ मारा कि वह गिर पड़ीं, और उनके कान से खून निकलने लगा। आनन फानन में ललिता को अस्पताल ले जाया गया।
ललिता को लकवा मार गया
थप्पड़ इतना जोरदार था कि ललिता कोमा में चली गईं थीं। डेढ़ दिन तक कोमा में रहने के बाद वो ठीक तो हो गईं लेकिन उनकी दाहिने आंख में लकवा मार गया। लकवा धीरे धीरे समय के साथ ठीक हो गया लेकिन उनकी दाहिनी आंख पूरी तरह सिकुड़ गई। उनका चेहरा हमेशा के लिए खराब हो गया। भगवान दादा को इस हादसे का ताउम्र अफसोस रहा।
मिलने लगे नेगेटिव रोल
इस हादसे के बाद ललिता को हीरोइन के रोल के बजाय नेगेटिव रोल ऑफर होने लगे। लेकिन ललिता ने फिर से फिल्मों में वापसी करने का फैसला किया और नेगेटिव रोल में उनसे शानदार एक्टिंग फिर कोई नहीं कर पाया।
700 फिल्मों में किया काम
ललिता एकमात्र ऐसी कलाकार रहीं जिन्होंने 7 दशकों तक बॉलीवुड में काम किया। इस दौरान उन्होंने करीब 700 फिल्मों में काम किया।