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Laal Singh Chaddha Movie Review: बहुत बोझिल, कुछ इमोशनल हैं आमिर खान-करीना की फिल्म
Rounak Dey
12 Aug 2022 4:45 AM GMT

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आपको अपने कैमियो में भी जीरो की याद दिला देंगे। कुल मिलाकर फिल्म वन टाइम वॉच है। मैं इसे 2 स्टार देना पसंद करूंगी।
Laal Singh Chaddha Movie Review: 'द फॉरेस्ट गंप' की हिंदी रीमेक... सुपरस्टार आमिर खान (Aamir Khan) और करीना कपूर खान (Kareena Kapoor Khan) स्टारर निर्देशक अद्वैत चंदन की मचअवेटेड फिल्म लाल सिंह चड्ढा (Laal Singh Chaddha) आखिरकार सिनेमाघर पहुंच गई। ठग्स ऑफ हिंदोस्तान की बुरी विफलता के बाद आमिर खान की इस कमबैक फिल्म पर हर किसी की नजर बनी हुई थी। 4 साल बाद लाल सिंह चड्ढा के साथ आमिर खान सिल्वर स्क्रीन लौटे हैं। वो भी बड़े चैलेंज के साथ... 'द फॉरेस्ट गंप' की हिंदी रीमेक बनाना अपने आप में एक बड़ा फैसला था। इस कोशिश में फिल्म स्टार आमिर खान कहां तक सफल हुए और कितने फेल? आइए देखते हैं।
फिल्म की कहानी लाल सिंह चड्ढा (आमिर खान) नाम के एक बच्चे की है। जिसका आईक्यू काफी कम है। बावजूद इसके वो अपनी शारीरिक अक्षमताओं और जिंदगी की तमाम चुनौतियों से जूझता है। इस सफर में उसकी जिंदगी और देश में एक साथ कई घटनाएं घटती हैं। इन चुनौतियों से लड़ते-लड़ते वो जिंदगी में कई बड़े मुकाम हासिल करता है। इस सफर में कई किरदार उसके साथ जुड़ते हैं। उसकी बचपन की दोस्त रूपा (करीना कपूर खान), उनकी मां (मोना सिंह) और जिगरी दोस्त बाला (नागा चैतन्य)।
क्या है खास?
आमिर खान और करीना कपूर खान स्टारर इस फिल्म की कहानी मोटिवेशनल है। जो आपको फैसले लेने और हिम्मत से आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है। फिल्म में देश की कई बड़ी-बड़ी घटनाओं को बेहद खूबसूरती से सिल्वर स्क्रीन पर दिखाया गया है। जो दर्शकों की आंखों में आंसू ले आने का दम रखती हैं। आमिर खान और करीना कपूर खान की ऑन स्क्रीन जोड़ी हमेशा की तरह ही बेहद प्यारी लगी है। फिल्म का संगीत इसका एक मजबूत पक्ष है। जो गिरती फिल्म को संभालने में बड़ी भूमिका निभाता है।
कहां रह गई कमी?
फिल्म की सबसे बड़ी कमी आमिर खान की ओवरएक्टिंग हैं। वो कई दफा हमें पीके, तो कई दफा धूम 2 के किरदार की याद दिलाते हैं। आमिर खान का जरूरत से ज्यादा हकलाते हुए बात करना काफी खलता है। फिल्म का लचर स्क्रीनप्ले इसकी एक बड़ी कमी है। इसके अलावा फिल्म काफी स्लो है। जो इसे बोझिल बनाते हैं। कई सीन्स आपको लॉजिक से परे लगते हैं। फिल्म का सेकेंड हाफ फिर भी काफी बेहतर है। जो दर्शकों को थोड़ी राहत देता है।
बीएल का फैसला
आमिर खान की इस फिल्म से दर्शकों को काफी उम्मीदें थीं। ये फिल्म उन उम्मीदों पर खरी नहीं उतरती है। भावनाओं से भरी इस फिल्म में भावनाएं ही गायब है। नागा चैतन्य का कैमियो भी खास इंप्रेसिव नहीं है। वहीं, शाहरुख खान का कैमियो भी काफी बुरा है। वो फिल्म में आपको अपने कैमियो में भी जीरो की याद दिला देंगे। कुल मिलाकर फिल्म वन टाइम वॉच है। मैं इसे 2 स्टार देना पसंद करूंगी।
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