पति से अलग होने के इतने दिनों बाद कीर्ति कुल्हारी ने शेयर की थी पोस्ट
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | एक्ट्रेस कीर्ति कुल्हारी इन दिनों अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर एक बार फिर खबरों में हैं। एक्ट्रेस ने 1 अप्रैल 2021 को अपने इंस्टा हैडल पर एक पोस्ट शेयर कर इस बात की जानकारी दी थी कि, उन्होंने और उनके पति साहिल सहगल ने एक दूसरे से अलग होने का फैसला लिया है। हालांकि तब कीर्ति ने इस बारें में किसी से बात करने से मना कर दी थीं। लेकिन शादी टूटने के करीब 3 महीने बाद अब उन्होंने अपने हालिया इंटरव्यू में कहा है कि उन्होंने अपनी शादी बचाने के लिए काफी प्रयास की थी, जिसमें वह सफल नहीं हो पाईं और वह टूट गई।
पति से अलग होने का नहीं बताया कोई कारण
कीर्ति आगे कहती हैं कि मेरी लाइफ में एक पॉइंट ऐसा आ भी आया, जब मुझे एहसास हुआ कि मेरा चैन सुकून और मेरी खुशियां सब मुझे नाता तोड़ रही हैं और तब जाकर उन्हें लगा कि अब उन्हें एक कठिन फैसला लेना जरूरी है जो उन्होंने लिया। हालांकि बातचीत के दौरान कीर्ति ने कहा कि वह अपनी शादी बचाने की पूरी कोशिश की लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हालांकि उन्होंने पति अलग होने के कारण के बारें में नहीं बताया। उन्होंने कहा कि वह पब्लिक में इन चीजों पर चर्चा नहीं करना चाहती हैं। क्योंकि मेरे करीबी लोग इस बात से अच्छी तरह वाकिफ हैं कि मेरे मैरिड लाइफ और रिलेशनशीप क्या हुआ है।
पति अलग होने के बाद शेयर की थी पोस्ट
कीर्ति कुल्हारी और साहिल सहगल ने साल 2016 में शादी रचाई थी, लेकिन इनकी शादी ज्यादा सालों तक नहीं टिक पाई और दोनों ने आपसी सहमती से अलग होने का फैसला किया। इस साल के शुरुआत में कीर्ति ने इंस्टाग्राम पर अपने इस फैसले के बारें जानकारी देते हुए लिखा था कि हमने अब अलग होने का फैसला किया है। पेपर पर नहीं, लेकिन जिंदगी में। एक फैसला जो किसी के साथ रहने से ज्यादा कठिन है, क्योंकि साथ आने के समय आप जिनकी केयर या जिनसे प्यार करते हैं, वो सब इस मौके को सेलिब्रेट करते हैं।
वह आगे लिखी थीं कि किसी के साथ न होने का फैसला सेम लोगों के लिए दर्द और तकलीफ ले कर आता है। ये आसान नहीं है। सोचिए कि ये आसान होने वाला नहीं है, लेकिन ये ऐसा ही है। उन लोगों के लिए जो वास्तव में केयर करते हैं, मैं एक अच्छी जगह पर हूं और मैं उम्मीद करती हूं कि जो मेरी लाइफ में मायने रखते हैं, वो भी अच्छी जगह पर हैं। इस बारे में आगे और कमेंट नहीं करूंगी। आगे और अब से...हमेशा...कीर्ति कुल्हारी।'