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संध्या मखीजा (Sandhya Makhija) के जाने के बाद ट्रिपल टेस्ट को पास करते हुए सरबजीत सिंह (Sarabjeet Singh) ने हॉटसीट अपने नाम की
संध्या मखीजा (Sandhya Makhija) के जाने के बाद ट्रिपल टेस्ट को पास करते हुए सरबजीत सिंह (Sarabjeet Singh) ने हॉटसीट अपने नाम की. सरबजीत सिंह मेंढर (Mendhar) तहसील में बसे हुए एक छोटे से स्कूल में काम करते हैं. उन्होंने अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) को कहा जिसे पृथ्वी का स्वर्ग कहा जाता हैं, उस कश्मीर के पुंछ (Punch) नाम के छोटे से गांव में वह रहे हैं. अमिताभ बच्चन ने उनका जवाब सुनकर खुश होते हुए कहा कि सरबजीत के केबीसी 13 में आने से सभी दर्शकों को इस गांव के बारें में जानकारी मिली.
सरबजीत सिंह एक स्कूल के टीचर हैं. आपको बता दें, सरबजीत जिस स्कूल में पढ़ाते हैं वह एलओसी के पास स्थित है. वह कहते हैं कभी कभी उनके बच्चों को पढ़ाते समय एलओसी पर फायरिंग की आवाज सुनाई देती हैं. कभी कभी उनके स्कूल में बंकर बनाया जाता हैं और तब बच्चों को 10-15 दिन की छुट्टी दी जाती हैं. सरबजीत ने कहा कि अब वहां के हालात काफी सुधर चुके हैं. इसका श्रेय उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को दिया.
टीचर बनना नहीं थी पहली पसंद
सरबजीत ने कहा कि जहां गोलियां चलती थी वहां अब वहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वजह से त्योहारों पर भारत और पाकिस्तान में आपस में मिठाइयां बांटी जाती हैं. सरबजीत ने यह भी कहा कि शुरुआत में टीचिंग की यह जॉब उनकी पहली पसंद नहीं थी और वे आईएएस ऑफिसर बनना चाहते थे लेकिन जीवन में कुछ परिस्थितियों के कारण वे टीचिंग फील्ड में आ गए और अब वे पूरी लगन और ईमानदारी से पढ़ाते हैं.
अपने मां के नाम पर डायलिसिस की मशीन लगवाना चाहते हैं सरबजीत
केबीसी में जीते गए पैसों का आप क्या करेंगे यह पूछे जाने पर सरबजीत सिंह ने जवाब दिया कि वह अपनी मां की याद में मेंढर के अस्पताल में डायलिसिस की मशीन लगवाना चाहते हैं. उनका कहना है कि जब भी लिवर की बीमारी होकर डायलिसिस लगाने की बारी आती हैं तो मेंढर में रहने वाले लोगों को जम्मू में जाना पड़ता हैं. लोगों को अपने गांव में इलाज मिले और कई दूसरी जगह जाने की जरुरत नहीं पड़े यह सरबजीत का सपना हैं. यह सपना पूरा करने के लिए वह केबीसी आए हुए हैं. खेल समाप्ति की घोषणा होने तक सरबजीत ने 3 लाख 20 हजार रुपए जीत लिए थे.
Rani Sahu
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