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Kavita Krishnamurthy Birthday: जाने कविता कृष्णमूर्ती के अनसुने किस्से

Renuka Sahu
25 Jan 2025 1:57 AM GMT
Kavita Krishnamurthy Birthday: जाने कविता कृष्णमूर्ती के अनसुने किस्से
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Kavita Krishnamurthy Birthday: कविता कृष्णमूर्ति Kavita Krishnamurthy का जन्म नई दिल्ली में एक तमिल परिवार में हुआ था। उनके पिता टीएस कृष्णमूर्ति शिक्षा मंत्रालय में कार्यरत थे। कविता का बचपन का नाम शारदा था और उन्हें बचपन से ही संगीत से प्यार था। कविता कृष्णमूर्ति Kavita Krishnamurthy के इस प्यार और मधुर आवाज को देखकर चाची प्रतिमा भट्टाचार्य ने उन्हें रवींद्रनाथ संगीत में दाखिला दिलाया। उन्होंने शास्त्रीय गायक बलराम पुरी से हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत की शिक्षा लेनी शुरू कर दी। कविता कृष्णमूर्ति Kavita Krishnamurthy की आवाज का जादू देखने लायक था। साठ के दशक में उन्होंने कई अंतर-मंत्रालयी स्तर की शास्त्रीय संगीत प्रतियोगिताओं में भाग लिया और कई पदक जीते।
आठ साल की उम्र में कविता कृष्णमूर्तिKavita Krishnamurthy ने एक संगीत प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता। कविता कृष्णमूर्तिKavita Krishnamurthy का नाम सुनते ही हमारे दिमाग में सबसे पहले जो गाना आता है, वह है 'हवा हवाई' श्रीदेवी पर फिल्माए गए इस गाने ने जबरदस्त लोकप्रियता हासिल की थी। कविता कृष्णमूर्ति ने संगीत की दुनिया में शानदार पारी खेली। उन्होंने बॉलीवुड से लेकर साउथ तक कई गाने गाए। आपको जानकर हैरानी होगी कि कविता कृष्णमूर्ति Kavita Krishnamurthy ने 45 अलग-अलग भारतीय भाषाओं में 50 हजार गाने गाए हैं, जिनमें अंग्रेजी गाने भी शामिल हैं। 25 जनवरी को कविता कृष्णमूर्ति के 67वें जन्मदिन के मौके पर हम आपको उनसे जुड़ी ऐसी रोचक बातें और तथ्य बताने जा रहे हैं, जिन्हें जानकर आप हैरान रह जाएंगे। सबसे पहले आपको उनकी शुरुआती जिंदगी के बारे में बताते हैं।
कविता कृष्णमूर्ति Kavita Krishnamurthy ने अपने करियर में आरडी बर्मन, अमित कुमार, उदित नारायण, कुमार सानू और अभिजीत भट्टाचार्य के साथ कई गाने गाए। सोनू निगम, शान और बाबुल सुप्रियो के साथ कविता कृष्णमूर्ति की जुगलबंदी भी काफी सफल रही हिंदी के अलावा कविता कृष्णमूर्ति Kavita Krishnamurthy ने कन्नड़, राजस्थानी, भोजपुरी, तेलुगु, तमिल, मलयालम, कोंकणी, नेपाली, असमिया और अंग्रेजी समेत 45 भाषाओं में गाने गाए। कविता कृष्णमूर्ति ने 1995 से 1997 तक सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायन के लिए लगातार 4 फिल्मफेयर पुरस्कार जीते। उन्हें वर्ष 2005 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया।
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