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पोपटलाल भिड़े के पास पहुंचा और सारे गहने भिड़े ने वापस उन्हें दे दिए.
पोपटलाल के गहनों के किस्से ने सिर्फ गोकुलधामवासियों को नहीं बल्कि तारक मेहता का उल्टा चश्मा के दर्शकों को भी खूब परेशान कर रखा था. भई....आखिरकार पोपटलाल (Popatlal) के गहने गए कहां ये सोचकर हर कोई बेहाल था. डिब्बा तो मिल गया था लेकिन वो खाली था जिसे देख भिड़े के होश ही उड़ गए थे और दो सबसे बुरी बात हुई वो ये कि गहने जेठालाल (jethalal) के घर से मिले वो भी बापूजी की अलमारी से. जिससे ये बात साफ हो गई थी चोरी जेठालाल ने ही की है और उनके जेल जाने की पूरी तैयारी भी हो चुकी थी. हथकड़ी पहना दी गई थी और गोकुलधामवाले जेठालाल को कोसने भी लगे थे. लेकिन तभी बापूजी जेठालाल के लिए किसी मसीहा की तरह आए और जेठालाल को बचा लिया.
जेठालाल ने नहीं की थी चोरी
दरअसल, जिस इल्जाम में जेठालाल को गिरफ्तार किया जा रहा था वो चोरी उन्होंने की ही नहीं थी. बल्कि गहने उनके घर में हैं ये बात उन्हें पता ही नहीं थी. क्योंकि ये गहने खुद बापूजी ने ही जेठालाल से छिपाकर रखे थे. जब भिड़े जेठालाल को गहने देकर गया तो उन्होंने टेबल पर गहने खुले छोड़ दिए थे. ये जब बापूजी ने देखा तो वो समझ कि जेठिया काफी लापरवाह हो गया है. लिहाजा बापूजी ने डिब्बे को बंद कर दिया और गहने निकालकर अपने पा रख लिए ताकि उसे सबक सिखा सके. यानि गहनों का खाली डिब्बा ही पूरी गोकुलधाम में घूमता रहा.
बापूजी ने बचाई जान
जेठालाल को जब पुलिस गिरफ्तार कर चुकी थी तब ऐन मौके पर पहुंचकर बापूजी ने जेठालाल को बचा लिया. पूरे मामले की जानकारी इंस्पेक्टर चुलबुल पांडे को दी और चुलबुल पांडे ने जेठालाल को बेकसूर मानते हुए गहने भिड़े को सौंप दिए. वहीं अगले दिन पोपटलाल भिड़े के पास पहुंचा और सारे गहने भिड़े ने वापस उन्हें दे दिए.
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