x
इससे मैं उनकी जितनी रिस्पेक्ट करती हूं, वह 1000 गुना बढ़ जाती है।
ऐक्टर जैकी श्रॉफ (Jackie Shroff) ने कहा कि उनकी 'रानी' यानी बेटी कृष्णा श्रॉफ (Krishna Shroff) के लिए सही लड़का ढूंढना मुश्किल है। जब कृष्णा से उनके बॉयफ्रेंड्स को लेकर जैकी के रिऐक्शन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने चौंकाने वाली बात कही। कृष्णा ने क्या कहा, आइए जानते हैं...
डैड हमेशा रहे सही
कृष्णा ने कहा, 'मुझे नहीं लगता है कि मैं जिन भी लोगों के साथ रही, डैड उनमें से किसी को पसंद करते थे। हालांकि, मैं उन्हें ब्लेम नहीं करूंगी, वह सही ही रहे हैं।' वहीं, इस बारे में जैकी बॉलिवुड बबल को दिए एक इंटरव्यू में कहा, 'जिसे वह पसंद करती है, प्यार करती है, मैं उसका सम्मान करता हूं। उसे जर्नी से गुजरना है लेकिन पिता होने के नाते, उसके लिए सही लड़का ढूंढना मुश्किल है।'
कृष्णा के दिल के मामले में नहीं देता देखल
यह पूछने पर कि क्या वह प्रॉटेक्टिव पिता रहे हैं और इस बात का डर रहा है कि बेटी कहीं चली जाएगी, इस पर जैकी कहते हैं, 'मैं ऐसा नहीं रहा हूं। यह उसके दिल का मामला है। आखिर में उसे उस शख्स के साथ जिंदगी गुजारनी है, उसी के साथ उठना है और उसी के साथ सोना है। पैरंट्स हमेशा वहां नहीं होंगे। उन्हें किसी ऐसे को ढूंढना होगा जो उन्हें प्यार और केयर करे जितना भी वे डिजर्व करते हैं। इसीलिए मैं कह रहा हूं कि मेरी रानी के लिए किसी इंसान को ढूंढना बेहद मुश्किल है।'
बच्चों का दिल है साफ
जैकी ने आगे कहा, 'मेरे बच्चे कृष्णा और टाइगर स्ट्रेटफॉरवर्ड और गंभीर हैं। दोनों का दिल साफ है। मैं सौभाग्यशाली हूं कि मेरे पास ये दो बच्चे हैं जो हमेशा मुझे खुशी देते हैं। उनके मन में किसी के लिए दुर्भावना नहीं है। ये सब इसलिए नहीं कह रहा हूं क्योंकि वे मेरे बच्चे हैं बल्कि ये उनके चीजों को करने और कहने से पता चलता है। दोनों हेल्थ पर बात करते हैं और आज की जेनरेशन के बच्चों को यह सीखना चाहिए। कृष्णा जिम में मेहनत करती है और मार्शल आर्ट से भी लगाव है। मेरा बेटा जिम्नेस्टिक और डांस करता है।'
पैरंट्स का देखा है संघर्ष
जैकी ने बचपन में आर्थिक दिक्कतों का किस तरह सामना किया और कैसे उनकी मां ने उनका ख्याल रखा, इस बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, 'मैं सौभाग्यशाली हूं कि इसका असर मुझ पर नहीं हुआ। सड़क से उठकर मॉडल बना। मेरी मां का आर्शीवाद हमेशा मेरे साथ रहा और उसी से मैं मॉडलिंग में आया। मैंने अपने पैरंट्स का संघर्ष देखा है। मेरा स्ट्रगल तो कुछ भी नहीं है। चीजें मेरी हाथ में गिरती गईं और मैं काम करता गया, एक दिन में 13 से 14 घंटे और ऐसे करते-करते 37 साल हो गए। स्ट्रगल शांत और पवित्र रखता है।'
डैड की सबसे ज्यादा करती हूं रिस्पेक्ट
यह पूछने पर कि अपने पैरंट्स की कहानियों से क्या सीखा, इस पर कृष्णा ने कहा, 'मुझे अपनी फैमिली का इतिहास सुनना पसंद है जैसे मेरे पिता की जर्नी। मैं दुनिया में किसी से भी ज्यादा उन्हें रिस्पेक्ट करती हूं। फिर जब सुनती हूं कि उन्होंने कहां और कैसे शुरू किया, कितनी मेहनत की तो यह बेहद प्रेरणा देने वाला होता है। इससे मैं उनकी जितनी रिस्पेक्ट करती हूं, वह 1000 गुना बढ़ जाती है।
Neha Dani
Next Story