अनुपमा के आज के एपिसोड में काफी ड्रामा देखने को मिलेगा. आज के एपिसोड में देखने को मिलेगा कि माया, अनुज पर अमेरिका जाने के लिए खूब चिल्ला चोट करेगी. माया बार बार कहेगा कि अनुपमा के पीछे तुम अमेरिका जा रहो हो न. इस पर अनुज चिल्ला पड़ता है, ‘तुम्हें कुछ समझ आता है. मैं काम के लिए अमेरिका जा रहा हूं. ये एक महीने बाद के टिकट है. मेरी अच्छाई का लाभ मत उठाओ. तुम केवल मेरी बेटी की बाइलॉजिकल मां हो. तुम जो टिकट फेंककर प्रश्न कर रही हो, तुम्हें कोई उत्तर देना महत्वपूर्ण नहीं समझता. लेकिन तुम ने मेरी अनु से प्रश्न किया है, इसलिए उत्तर दे रहा हूं. मैं बिजनेस के काम से एक महीने बाद अमेरिका जा रहा हूं.’ जानें आज के एपिसोड में क्या कुछ और होगा…
पागलपंती बंद करो…
एक ओर जहां कपाड़िया परिवार में ये ड्रामा चल रहा होता है तो दूसरी ओर शाह परिवार में सब परेशान होंगे कि कपाड़िया हाउस में कोई भी टेलीफोन नहीं उठा रहा है. कपाड़िया मेंशन में अनुज की बात सुनकर माया, जमीन पर बैठकर हंसने लगेगी तो अनुज कहेगा- ‘तुम्हें जो करना है करो, लेकिन ये पागलपंती बंद करो.’ इस पर माया अनुज का कॉलर पकड़कर कहेगी- ‘पागल कहा मुझे आपने? आप दोनों ने मुझे मिलकर पागल बनाया है.’ इसके बाद माया, अनुपमा का हाथ पकड़कर चीखने लगेगी- ‘ये सब तुम्हारे वजह से हो रहा. मुझे, मेरे अनुज और मेरी छोटी को छोड़कर चली क्यों नहीं जाती.’ अनु को परेशान होता देख अनुज, माया का हाथ पकड़कर दोनों के बीच में खड़ा हो जाएगा.
तुम मर क्यों नहीं जाती अनुपमा…
ये देखकर माया, गुस्से में तिलमिला जाती है और कहती है- ‘तुम मर क्यों नहीं जाती अनुपमा.’ ये सुनकर अनुज, अनुपमा के इशारे पर अपना गुस्सा रोक लेता है, लेकिन अनुपमा की मां माया को जोरदार थप्पड़ जड़ देती है. इसके बाद वो अनुज से कहेंगी- ये है मेरी बेटी के लिए फेयरवेल पार्टी. तुम लोगों से शाह परिवार वाले अच्छे हैं, जिनसे मैंने आशा नहीं की थी, उन लोगों ने खुशियों से अलविदा किया. क्या यादें दी हैं, मेरी बेटी को संजोने के लिए. गलतियां तुम करो अनुज और भुगते मेरी बेटी.’ वहीं किंजल को पता लग जाता है कि माया घर में अजीब तरह से बिहेव कर रही और पूजा की थाली भी फेंक दी.
अनुज ने मांगी माफी
अनुपमा की मां की बात सुनकर अनुज की आंखों में आंसू आ जाते हैं और वो माफी मांगता है. इसके बाद अनुज, अनुपमा के सामने हाथ जोड़कर कहेगा- ‘फिर से मेरी ही गलती है. पहले भी थी, आज भी है. तुम से नाराज होना मेरी गलती है, माया की जिम्मेदारी उठाना मेरी गलती है. प्यार और जिम्मेदारी में जिम्मेदारी चुनना मेरी गलती है.’ ये सब सुनकर अनुपमा की आंखों में आंसू आ जाएंगे. वहीं माया गुस्से में वहां से चली जाएगी और अनुपमा का सामान अंदर से ले आएगी और ट्रॉली फेंकते हुए कहेगी- ‘इस घर से दफा हो जाए, अनुज केवल मेरे हैं. बहरी हो गई है क्या, निकल यहां से.’ ये सब देखकर अनुज का पारा चढ़ जाएगा और कहेगा- मैं ये सब इसलिए सह रहा था क्योंकि मुझे गिल्ट था कि तुम्हें चोट मेरी वजह से लगी है. लेकिन अब बस।। तुम्हारे पापों का घड़ा भर चुका है और मेरे सब्र का बांध टूट गया है.’ इस के बाद अनुज, हाथ जोड़कर अनुपमा से माफी मांगेगा और कहेगा- ‘प्लीज मां के साथ जाओ.”