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सोनू सूद के घर हो रही रेड को लेकर अहम जानकारी आई सामने, करीबी ने किया खुलासा

Nilmani Pal
17 Sep 2021 3:07 PM GMT
सोनू सूद के घर हो रही रेड को लेकर अहम जानकारी आई सामने, करीबी ने किया खुलासा
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फाइल फोटो 

सोनू सूद (Sonu Sood Income Tax Raid) के घर पर इन दिनों इनकम टैक्‍स डिपार्टमेंट की रेड पड़ चुकी है. जहां आज तीसरे दिन भी ये रेड जारी रही. जहां अब सोनू सूद के करीबियों ने मीडिया के साथ अंदर की बात को बाहर निकालना शुरू कर दिया है. सोनू सूद के एक करीबी व्यक्ति ने दैनिक जागरण को बताया है कि सोनू को बीजेपी की तरफ से पद्मश्री देने की बात कही गई थी, लेकिन एक्टर ने इस बारे में कोई रिस्पॉन्स नहीं दिया. सोनू के करीबी लोगों ने इस बात से भी इंकार कर दिया है कि उनके NGO में कोई भी अनआईडेंटिफाइड रकम पाई गई है. इस चीज को लेकर कई जगह खबर चल रही हैं, लेकिन अब सोनू के करीबी लोगों का कहना है कि ये खबर पूरी तरह से एक फेक न्यूज है.

दैनिक भास्कर की खबर के मुताबिक, शुक्रवार को इनकम टैक्स की ये रेड पूरी हो जाएगी, इसके बाद शनिवार को सोनू अपना आधिकारिक बयान जरी करेंगे. आपको बता दें, सोनू के करीबी व्यक्ति ने बताया है कि 3 दिन से ये इनकम टैक्‍स की जांच चल रही है, लेकिन अब तक इस टीम को कुछ मिला नहीं है. अनआईडेंटिफाइड फंडिंग के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा है कि "अनआईडेंटिफाइड रकम को लेकर जो भी चीजें कहीं जा रही हैं, वो पूरी तरह से गलत है. क्योंकि हमारे यहां कोई एक रुपए भी डोनेट करना चाहेगा तो उनसे पैन कार्ड नंबर मांगा जाता है. नंबर नहीं देने पर हमारा पोर्टल रिजेक्‍ट कर देता है. ऐसे में आईडेंटिफाइड पैसा देश और दुनियाभर से लोग अपनी स्‍वेच्‍छा से कैसे डोनेट कर सकते हैं."

सोनू सूद के पद्मश्री वाले मुद्दे पर बात करते हुए उनके करीबी ने कहा कि "सोनू ने पद्मश्री के लिए कोई उत्तर नहीं दिया, क्योंकि हमारा कोई भी पॉलिटिकल एजेंडा नहीं है. उन्होंने कभी खुद को ऐसी चीजों के लिए नॉमिनेट भी नहीं किया है. सोनू को बीजेपी से कोई अवॉर्ड नहीं चाहिए. उन्होंने लोगों की जो सेवा की वो अपने दिल से की इसके लिए उन्हें कोई सम्मान की जरूरत नहीं है.

आपको बता दें, सोनू सूद की इस रेड को लेकर एक लहबर ये भी सामने आ रही थी कि एक्टर ने अपने NGO की एक ऑफिस सिंगापुर में भी खोल रखी है. जहां से लोगों को अब्रॉड से एयरलिफ्ट कराने के पैसे आते थे. सोनू के करीबी ने इस विषय में बात करते हुए बताया कि "ऐसा नहीं है कि हर जगह हमें फंडिंग की मदद लेनी पड़ी, बहुत सारी जगह पर हमें विमान कंपनियों से सहायता भी मिली थी. जहां कंपनियों का एयरलिफ्ट का किराया 45 हजार होता है, वहां हमसे सिर्फ 30 हजार रुपए लिए गए. रेमडिसि‍वर इंजेक्‍शन मुहैया करवाने में हमें कई अस्पतालों ने हमारी मदद की जहां अपने कई अस्पताल से टाईअप किया था.

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