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रिलीज करने से हमें देश के सभी हिस्सों तक फिल्म को पहुंचाने में मदद मिलेगी।''
आर माधवन की बेहद चर्चित फिल्म राकेट्री- द नम्बि इफेक्ट दक्षिण भारतीय भाषाओं में ओटीटी प्लेटफॉर्म पर पहले ही आ चुकी है, अब इसके हिंदी वर्जन का इंतजार भी खत्म हो गया है। इसरो के रॉकेट साइंटिस्ट नम्बि नारायणन की इस बायोपिक में आर माधवन ने उनका किरदार निभाया है, वहीं इस फिल्म से माधवन ने डायरेक्टोरियल डेब्यू भी किया है।
राकेट्री- द नम्बि इफेक्ट हिंदी में वूट सिलेक्ट पर स्ट्रीम कर दी गयी है। हिंदी के जो दर्शक इस फिल्म को सिनेमाघरों में नहीं देख सके, वो अब वूट सिलेक्ट पर देख सकते हैं। वैसे तो वूट पर काफी कंटेंट मुफ्त देखने के लिए उपलब्ध है, मगर राकेट्री देखने के लिए वूट सिलेक्ट की प्रीमियर सर्विस लेनी होगी।
तमिल, तेलुगु, मलयालम और कन्नड़ भाषाओं में रॉकेट्री पहले ही 26 जुलाई से प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम की जा चुकी है। फिल्म सिनेमाघरों में जुलाई की शुरुआत में रिलीज की गयी थी। फिल्म ने दक्षिण भारतीय भाषाओं में अच्छा कारोबार किया, मगर हिंदी में इसे ज्यादा दर्शक नहीं मिल सके।
इसरो के साइंटिस्ट की कहानी
राकेट्री- द नम्बि इफेक्ट, इसरो के रॉकेट साइंटिस्ट नम्बि नारायणन की कहानी है, जिन्हें जासूसी के आरोप में 1994 में जेल भेज दिया गया था, लगभग 20 साल बाद उन पर लगाये गये सारे इल्जाम झूठे पाये गये। हिंदी वर्जन में शाह रुख खान ने कैमियो किया है। उन्हें नम्बि नारायण का इंटरव्यू करते हुए देखा जा सकता है।
फिल्म की ओटीटी रिलीज को लेकर आर माधवन ने कहा- ''ऐसी कहानियां बहुत कम देखने को मिलती हैं, जो एक कलाकार के तौर पर हमें चुनौती देती हों और रॉकेट्री ने बिल्कुल ऐसा ही किया है। मुझे लगता कि यह कहानी दुनिया को बतानी चाहिए। नम्बि सर एक प्रेरणा हैं, और मैं एहसानमंद हूं कि मैं इसके साथ न्याय कर सका। ओटीटी की वजह से दर्शकों को अपनी सुविधानुसर कंटेंट देखने का मौका मिल गया है। वूट सिलेक्ट पर हिंदी में रिलीज करने से हमें देश के सभी हिस्सों तक फिल्म को पहुंचाने में मदद मिलेगी।''
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