जनता से रिश्ता वेबडेस्क | अक्सर थोड़े पैसे बचाने के लिए कुछ लोग अपनी महंगी कार को भी रिजर्व मोड में चलाते हैं। ऐसा करने से भले ही वह कुछ पैसे बचा सकें लेकिन क्या ऐसा करने के फायदे भी होते हैं या फिर ऐसा करना कार को कितना नुकसान पहुंचा सकता है। इसकी जानकारी हम आपको इस खबर में दे रहे हैं।
पेट्रोल और डीजल के साथ ही देश में सीएनजी के दाम में भी काफी बढ़ोतरी हो चुकी है। जिसके कारण कुछ लोग अपनी कार को चलाते समय अक्सर तेल भरवाने में देरी करते हैं और ज्यादातर मौकों पर रिजर्व मोड में ही चलाते हैं।
स्कूटर और बाइक की तरह कार में वैसे तो रिजर्व मोड अलग से नहीं मिलता। मीटर में ही फ्यूल की जानकारी के अंदर ही अंग्रेजी में ई लिखा होता है और उसे लाल रंग में भी दिखाया जाता है। ई के पास अगर सुई रहे तो इसे ही रिजर्व मोड माना जाता है। इसे कार में इसलिए दिया जाता है क्योंकि इससे यह जानकारी मिल जाए कि कार में तेल खत्म होने वाला है कार सवारों को परेशानी ना हो और पेट्रोल खत्म होने के बाद भी कार को कुछ दूर चलाकर नजदीकी पेट्रोल पंप तक पहुंचाया जा सके।
कार को रिजर्व में चलाना सही या गलत की बात है तो इसका सीधा जवाब है कि अगर कभी-कभार ही कार को रिजर्व मोड में चलाया जाता है तो फिर परेशानी की बात नहीं होती। लेकिन अगर हर बार ही कार को रिजर्व मोड में ही चलाया जाए, तो फिर ईंधन के कम स्तर के कारण इंजन पर अतिरिक्त दबाव पड़ सकता है। इसके साथ ही कम पेट्रोल होने के कारण टैंक में लगे सेंसर भी जल्दी खराब होते हैं। वहीं डीजल इंजन वाले वाहन में ऐसा होने पर इंजन हवा भी खींच लेता है, जिसके बाद और परेशानी हो जाती है।