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मुंबई। हाल ही में फ्रांस के कान शहर में आयोजित हुए कान्स फिल्म फेस्टिवल में पायल कपाड़िया ने अपनी फिल्म ‘आल वी इमेजिन एज लाइट' के लिए 'ग्रांड प्रिक्स' पुरस्कार जीतकर इतिहास रच दिया। पायल साल 2015 से 2018 तक पुणे के फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एफटीआईआई) की छात्रा थीं।उस दौरान उन्होंने संस्थान में अभिनेता से नेता बने गजेंद्र चौहान की नियुक्ति के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया था ।
गजेंद्र की नियुक्ति के खिलाफ थीं पायल
दरअसल नौ जून, 2015 को संस्थान के प्रमुख के रूप में गजेंद्र चौहान की नियुक्ति की घोषणा की गई थी। जिसका छात्रों और शिक्षकों के एक वर्ग द्वारा कड़ा विरोध किया गया था । उनका आरोप था कि गजेंद्र इस पद के लिए अयोग्य हैं। पायल उन 35 छात्रों में से एक थीं, जिनका नाम उसमें समय के निदेशक प्रशांत पाठराबे को जबरन बंधक बनाए जाने की शिकायत में दर्ज किया गया था। कुछ दिनों बाद, पुणे पुलिस ने सात छात्रों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि पायल सहित कई अन्य को अग्रिम जमानत मिल गई।
पायल की जीत पर गजेंद्र ने की बात
अब महाभारत अभिनेता गजेंद्र ने पायल की जीत और एफटीआईआई में उनके खिलाफ किए गए विरोध पर बात की । गजेंद्र वर्तमान में हरियाणा के रोहतक में पंडित लख्मीचंद राज्य प्रदर्शन एवं दृश्य कला विश्वविद्यालय (सुपवा) कुलपति हैं।
पायल को दी बधाई
दैनिक जागरण से बातचीत में गजेंद्र ने कहा, 'मेरी पायल से या एफटीआईआई से कोई नाराजगी नहीं है। बाकी मेरी नियुक्ति सरकार ने की थी और मैं अपनी जिम्मेदारी निभाने गया था। यह मामला वहां के डायरेक्टर प्रशांत पाठराबे से संबंधित है। उन्हें 35 बच्चों ने 12-14 घंटा बंधक बनाकर रखा था। उन्हें डायबिटीज थी। उनकी शुगर लो थी, उन्हें खाने को भी नहीं दिया था तो इसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई में एफआइआर हुई थी।'
पायल को गजेंद्र ने मारा ताना
उन्होंने आगे कहा, 'अभी सब पायल के अवॉर्ड जीतने पर बात कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने क्या-क्या किया यह भी तो सामने आना चाहिए। खैर मैं पायल को बधाई देता हूं। मुझे गर्व है कि मेरे समय की छात्रा को इतना बड़ा सम्मान मिला है। मेरी शुभकामनाएं हैं उनके साथ। आगे खूब काम करें।'
अनुशासन बेहद जरूरी
गजेंद्र प्रतिभा के साथ अनुशासन का होना भी जरूरी मानते हैं। वह कहते हैं, 'सौ प्रतिशत दोनों का होना जरूरी है। अगर आप अनुशासित नहीं होंगे, तो आपका टैलेंट मात खा सकता है।'
शशि थरूर के पोस्ट पर दिया जवाब
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने एक्स पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को संबोधित करते हुए पायल के खिलाफ मामला वापस लेने को लेकर पोस्ट किया है। साउंड रिकॉर्डिस्ट रसूल पूकुट्टी ने भी उनके सुर में सुर मिलाया है। इस बाबत गजेंद्र कहते हैं, 'यह कानून का काम है मेरा नहीं। इंस्टीट्यूट ने एफआईआर कराई थी, तो वो जाने। मैं इसमें शामिल नहीं हूं।'
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Apurva Srivastav
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