कर्नाटक के पूर्व मंत्री जीवराज अल्वा के बेटे और बॉलीवुड एक्टर विवेक ओबेरॉय के साले आदित्य अल्वा को सोमवार को सैंडलवुड ड्रग्स मामले में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उन्हें चेन्नई से बेंगलुरू पुलिस क्राइम ब्रांच ने अरेस्ट किया है. सैंडलवुड ड्रग्स मामले में सितंबर 2020 में नाम आने के बाद से ही आदित्य अल्वा फरार थे. इस वजह से कोर्ट में उनके खिलाफ दर्ज FIR भी रद्द करना पड़ा था. मंगलवार को आदित्य अल्वा को बेंगलुरू में मेडिकल चेकअप के लिए ले जाया गया. उन्हें कोर्ट ले जाया जाएगा जिसके बाद पुलिस उनके हिरासत की मांग करेगी. प्रारंभिक पूछताछ में आदित्य अल्वा ने खुद को बेगुनाह बताया है. आदित्य ने कहा कि उन्होंने सिर्फ पार्टी होस्ट की है लेकिन वे किसी भी ऐसे शख्स को नहीं जानते जो ड्रग्स लेता हो. अब तक की एन्क्वायरी में आदित्य की ओर से ड्रग्स संबंधित कुछ भी संदेहास्पद जानकारी नहीं मिल पाई है. पुलिस कस्टडी में रहते हुए उनसे सवाल-जवाब आगे भी जारी रहेगा.
मालूम हो कि आदित्य अल्वा पर बेंगलुरू स्थित अपने घर 'हाउस ऑफ लाइफ' में ऐसी पार्टीज होस्ट करने का आरोप है जहां ड्रग्स लिए जाते थे. पुलिस के एक सूत्र ने बताया- 'ड्रग्स मामले में नाम आने के बाद से ही अल्वा चेन्नई के उस घर में रह रहे थे. पर वो बार-बार चेन्नई से भी बाहर चले जा रहे थे. हमें पता नहीं था कि वे कहां जा रहे हैं. हमें उनके चेन्नई वापसी की टिप मिली थी और हमने उसपर तुरंत एक्शन लिया और उसे पकड़ लिया.'
आदित्य अल्वा चेन्नई में दो अन्य साथी के साथ छिपे थे. दोनों साथी उन्हें घर के काम-काज में मदद करते थे. रिपोर्ट के मुताबिक चेन्नई में आदित्य अल्वा जिस घर में रह रहे थे, वहां से उन्होंने अब तक बाहर कदम नहीं रखा था और वे वहां अंडरग्राउंड थे.कुछ समय पहले सैंडलवुड ड्रग्स मामले में विवेक ओबेरॉय के साले आदित्य अल्वा का नाम भी सामने आया था. जब पुलिस ने उनके घर छापेमारी की तो आदित्य अपने घर से फरार मिले. पुलिस ने कहा था- 'आदित्य अल्वा फरार है. विवेक ओबेरॉय उनके रिश्तेदार हैं और हमें जानकारी मिली कि आदित्य उनके घर में छुपा है. तो हम चेक करना चाहते थे. इसी के लिए कोर्ट से वॉरेंट लिया गया और हमारी क्राइम ब्रांच की टीम बेंगलुरु से मुंबई में उनके घर गई.' इसके बाद से ही पुलिस आदित्य की खोजबीन में लग गई थी.