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फिल्ममेकर करण जौहर पर गाना चुराने का आरोप

Nilmani Pal
24 May 2022 1:24 AM GMT
फिल्ममेकर करण जौहर पर गाना चुराने का आरोप
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पाकिस्तानी सिंगर अबरार उल हक फिल्ममेकर करण जौहर पर निशाना साधने के बाद लाइमलाइट में बने हुए हैं. अबरार ने बॉलीवुड फिल्ममेकर पर उनका गाना नाच पंजाबन चुराने का आरोप लगाया है. मगर रिकॉर्ड लेबल कंपनी moviebox और टी-सीरीज का बयान सामने के बाद सिंगर अबरार का दावा गलत साबित हुआ है. वैसे आपको जानकर हैरानी होगी कि सॉन्ग कॉपी करने का आरोप लगाने वाले अबरार उल हक विवादित चेहरा हैं.

इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि अबरार के ज्यादातर गानों पर बवाल ही मचा है. अपने गानों को लेकर अक्सर अबरार उल हक ट्रोल होते हैं. पाकिस्तान में अबरार उल हक कंट्रोवर्सियल सिंगर के तौर पर देखे जाते हैं. जो गाने रिलीज के बाद किसी ना किसी मुद्दे को लेकर चर्चा में रहते हैं.

अब उसी गाने की बात कर लेते हैं जिसे लेकर अबरार फिल्ममेकर करण जौहर के पीछे पड़े हैं. साल 2002 में आए सॉन्ग नाच पंजाबन पर अबरार खुद ट्रोल हो चुके हैं. इस गाने को उसके लिरिक्स की वजह से ट्रोल किया गया था. पंजाबन गाने पर लोगों ने आपत्ति जताई थी.

कहा गया कि इस शब्द के जरिए पंजाबी महिलाओं को बदनाम किया जा रहा है. मामला कोर्ट तक पहुंचा था. बाद में इस गाने में से पंजाबन शब्द को हटाकर Majajan किया गया था. इस गाने को नाच Majajan शब्द के साथ दोबारा रिकॉर्ड किया गया था.

अबरार उल हक को उनके पहले गाने बिल्ला दे घर के लिए भी आलोचना झेलनी पड़ी थी. ये बात अलग है कि अबरार के ये सभी गाने हिट गए हैं. 1995 में आया गाना बिल्लो दे घर को लेकर दावा था कि इस गाने में एक शख्स को प्रोस्टिट्यूट के प्यैर में दिखाया गया है. जो उससे शादी भी करना चाहता है. इस जानकारी के बाद नवाज शरीफ की सरकार ने गाने पर एक्शन लिया था. इस गाने को टीवी और रेडियो चैनल्स पर बैन कर दिया था.

अबरार की एलबम Nara Sada Ishq Aye के गाने परवीन पर भी विवाद हुआ था. कहा गया कि इसमें परवीन नाम का इस्तेमाल अपमानजनक ढंग से किया गया है.जिसने समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है. इस विवाद पर 2007 में अबरार उल हक को पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने समन कर जवाब मांगा था.

2019 में अबरार का गाना चमकीली रिलीज हुआ था. इसे लेकर आरोप था कि ये गाना महिलाओं और पुरुषों दोनों को नीचा दिखाता है और उनकी बेइज्जती करता है. मामला लाहौर के सिविल कोर्ट तक गया था. इस गाने को बैन करने की और यूट्यूब से हटाने की मांग की गई थी.

अबरार उल हक को किंग ऑफ पाकिस्तानी पॉप का टैग मिला है. वे सिंगर होने के साथ साथ राजनेता भी हैं. अबरार उल हक Pakistan Tehreek-e-Insaf पार्टी से जुड़े हुए हैं. विवादों में रहने वाले अबरार को सोशल मीडिया पर उनकी हर रिलीज के साथ ट्रोलिंग का शिकार होना पड़ता है. लेकिन इससे भी इंकार नहीं किया जा सकता है कि उनके गाने लोगों को झूमने पर मजबूर कर देते हैं.


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