फिल्म इंडस्ट्री में राज करने बाद भी इस अभिनेत्री को ठेले में ले जाना पड़ा था शव।
जनता से रिश्ता। हमें लगता है कि फिल्म स्टार्स की जिंदगी कितनी खुशनुमा होती है। दौलत, शोहरत, इज्जत उनके पास क्या नहीं होता, लेकिन शायद आप ये नहीं जानते कि इनकी दौलत, शोहरत और इज्जत सब दर्शकों की पसंद-नापसंद की मोहताज होती है, दर्शक इन्हें अर्श पर पहुंचाते हैं तो फर्श पर भी ले आते हैं। आज एक ऐसी ही शख्सियत के बारे में बात करेंगे जिसे लोगों ने खूब चाहा लेकिन उनके जनाजे में कोई नहीं दिखा। यहां तक कि उसके शव को हाथ ठेले पर लादकर श्मशान घाट ले जाना पड़ा। परदे के पीछे की बहुत कम कहानियाँ लोगोंं तक पहुंच पाती है. जो कहानियांं लोगोंं तक पहुंचती है वो बेहद दर्दनाक और हैरान कर देने वाली होती हैंं. ऐसी ही एक कहानी है अभिनेत्री विमी की।
60 के दशक की हीरोइन विमी
60 के दशक की खूबसूरत हीरोइन विमी जिसकी खूबसूरती का कायल पूरा हिंदी सिनेमा था. इन्होंंने उस दौर के सबसे बड़े एक्टर सुनील दत्त और राजकुमार जैसे एक्टर्स के साथ कई बड़ी हिट फिल्में दी थी, लेकिन कहते हैंं ना सफलता हर कोई नहीं पचा पाता. उसी तरह इस हीरोइन की गुमनामी ने सबको हैरत में डाल दिया. विमि का जन्म 1943 में एक पंजाबी घराने में हुआ था. बचपन से ही उनको एक्टिंग का बहुत शौक था लेकिन उन्होंने अपनी पढ़ाई पहले पूरी की. विमि ने मुंबई के ही कॉलेज शोफिया से अपना ग्रेजुएशन पूरा किया. पढ़ाई पूरी होने के बाद वह शादी के बंधन में बंध गयी. कोलकाता के एक कारोबारी शिव अग्रवाल से उन्होंने शादी कर ली.
विमी को मुंबई बुलाया. विमी के मुंबई आते ही मानो उनकी किस्मत का सितारा ही खुल गया. विमी को बॉलीवुड के सबसे बड़े डायरेक्टर बीआर चोपड़ा ने अपनी फिल्म हमराज़ के लिए उन्हें कास्ट कर लिया. यह विमी की पहली फिल्म थी जो कामयाब रही.
विमी को कभी भी पैसे की कमी नहीं थी. उनके पति भी कोलकाता के बड़े व्यापारी थे. वो फिल्में सिर्फ अपने शौक के लिए किया करती थी. लोग बताये थे कि उन्हें कपड़ोंं का बड़ा शौक था, इसलिए उनके पास डिज़ाइनर कपडे बहुत होते थे. फिल्मों में काम करने की वजह से उन्होंने मुंबई में एक आलीशान घर भी ले लिया था. उस जमाने में उनके पास कई महंगी गाड़ी थी.
फिल्मों में सफल होना आसान है लेकिन उस सफलता को कायम रखना बहुत मुश्किल है. विमी के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ. शादी के बाद फिल्मों में वो जरूर आई, लेकिन कुछ समय बाद ही उनके रिश्ते में दरार पड़नी शुरू हो गयी. विमी जहां एक तरफ हिट फिल्में दे रही थी, वहींं दूसरी तरफ उन्हें अपनी ज़िन्दगी की फिल्म में कई उतार-चढ़ाव चल रहे थे. यह रिश्ता आखिरकार तलाक पर आकर ही खत्म हुआ.
अपनी खुशहाल शादी को नहीं बचा पाने का दुख विमी के कॅरियर पर भी पड़ा. तलाक लेने के बाद वह काफी तनाव में रहने लगी. उन्होंने उस वक़्त जो भी फिल्म की वह सब बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह फ्लॉप हो गयी. विमी अपने पर्सनल और प्रोफेशनल ज़िन्दगी दोनों से बेहद दुखी थी. वक्त के साथ ही उन पर कर्ज का बोझ भी बढ़ता गया.
हर तरफ से कर्जे में दब रही विमी के पास कोई दूसरा रास्ता नहीं बचा था.वह हर मुकाम में असफल हो रही थी. उनके पास अब फिल्मों के ऑफर आने भी कम हो गए थे. अपनी बर्बादी को वह सह नहीं पा रही थी और खुद को शराब के हवाले कर दिया था. वह इतना ज्यादा शराब पीने लगी कि उनका लिवर ख़राब हो गया.
उनके मरने के बाद उनके बॉडी को किसी ठेले पर ले जाना पड़ा था. क्योंकि उनके पास इतने पैसे नहीं थे कि उनकी शव यात्रा निकाली जाए.