सबमरीन टाइटन : सबमरीन टाइटन में टाइटैनिक जहाज का मलबा देखने गए यात्रियों की मौत की खबर सुनकर हर कोई हैरान है। दरअसल सबमरीन अप्रैल 1912 में डूबे टाइटैनिक जहाज को दिखाने के लिए पांच यात्रियों को अटलांटिक महासागर लेकर गई थी।
चार दिन के बाद यात्रियों की मौत की पुष्टि हुई। सबमरीन की कंपनी ओशन गेट ने ये जानकारी दी की टाइटन में मौजूद पांचों यात्री अब इस दुनिया में नहीं है।
ओशनगेट को किया था आगाह
अब इस हादसे में टाइटैनिक फिल्म के निर्देशक जेम्स कैमरून दुख जताया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जेम्स ने ये बताया की मशहूर इंजीनियरिंग कम्यूनिटी के टॉप मेंबर्स ने पत्र लिखकर ओशन गेट को पहले ही सतर्क किया था। जिसमें बोला गया था की जो ये कंपनी कर रही है वो काफी खतरनाक है।
टाइटैनिक दुर्घटना और सबमरीन हादसे में बताई समानता
इसके साथ ही उन्होंने 1912 में टाइटैनिक दुर्घटना और सबमरीन हादसे में कुछ समानता का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया की टाइटैनिक के कप्तान को भी कई बार चेतावनी दी थी की आगे बर्फ है। लेकिन वो बिना किसी की सुने तेज़ गति से आगे चलता रहा। जिसके कारण बहुत से लोगों मारे गए।
उन्होंने कहा की ओशनगेट कंपनी को भी ऐसे ही चेतावनियों दी गई थी। लेकिन उन्होंने नहीं सुना और आज इसका अंजाम सबके सामने है। उसी जगह 100 साल बाद हादसा होना काफी हैरान करने वाला है। उन्होंने कहा की वो दोनों हादसों की समानता देखकर काफी हैरान है।
जेम्स के दोस्त भी हुए हादसे का शिकार
जेम्स के लिए ये हादसा ज्यादा मायने इसलिए भी रखता है क्योंकि सबमरीन में बैठे पांच लोगों में एक उनके अच्छे मित्र थे। पॉल हेनरी नाजियोलेट और जेम्स के बीच 25 साल की गहरी दोस्ती थी। टाइटैनिक जहाज़ के मलबे को देखने के लिए सबमरीन में पांच लोगों को बैठाने की क्षमता थी।
उन पांच लोगों में में से एक व्यक्ति ब्रिटिश व्यवसायी था। 58 साल के हामिश हार्डिंग अंतरिक्ष पर्यटक और दुबई स्थित एक्शन एविएशन में अध्यक्ष थे। इन्होने भारत सरकार की नामीबिया से चीता लाने के लिए सहायता की थी।