फिल्म 'चुपके चुपके' में काम कर रहे, धर्मेंद्र और अमिताभ को लगाई थी फटकार, ये था पूरा माजरा
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। फिल्म इंडस्ट्री में ना जाने कितने किस्से कहानियां होंगे जिनके बारे में पता ही नहीं चलता। कुछ ऐसे दिलचस्प किस्से भी हैं जो दर्शकों के सामने आ जाते हैं। वहीं डायरेक्टर और एक्टर्स के बीच तो वाकई ना जाने क्या क्या सुनने को मिल जाता है। आज इस रिपोर्ट में हम आपको ऐसे ही एक डायरेक्टर के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने अमिताभ और धरम पाजी को ही सरेआम फटकार लगा दी थी। चुपके-चुपके, अनुपमा, आनंद, अभिमान, गुड्डी, गोलमाल और नमक हराम जैसी यादगार फिल्में बनाने वाले ऋषिकेश मुखर्जी की पहचान एक तेज-तर्रार निर्देशक के तौर पर थी। वो किसी भी एक्टर को शूट किए जाने वाले सीन की जानकारी नहीं देते थे। किसी को भी ये नहीं पता होता था कि अगले सीन में उसे क्या रोल मिलने वाला है, बस कॉस्ट्यूम एक्टर्स को थमा दी जाती थी।
फिल्म 'चुपके चुपके' में काम कर रहे अमिताभ बच्चन और धर्मेंद्र को ऋषि दा की इस आदत के बारे में पता नहीं था और इसी की वजह से उन्हें ऐसी डांट पड़ी कि दोनों के मुंह लटक गए। आइए जानते हैं इस पूरे दिलचस्प किस्से के बारे में ...
दरअसल एक सीन शूट किया जाना था जिसमें असरानी (प्रशांत कुमार श्रीवास्तव) सेंट्रल कैरेक्टर थे। असरानी को सीन के दौरान सूट पहनने के लिए दिया गया जबकि धर्मेंद्र को एक ड्राइवर के कपड़े। अब ये माजरा किसी को समझ नहीं आया। एक तरफ धर्मेंद्र सोच में थे तो वहीं दूसरी तरफ असरानी भी यही सोच रहे थे जबकि ऋषि दा सेट पर आराम से चेस खेलने में मग्न थे।
जब धर्मेंद्र से बिना पूछे रहा नहीं गया तो उन्होंने असरानी से पूछ ही लिया, 'क्यों, मैं तुम्हारा ड्राइवर बना हूं क्या? क्या चल रहा है? तुम्हें सूट और मुझे ड्राइवर के कपड़े क्यों? असरानी बोले कि पता नहीं। ऋषि दा दोनों की बातें सुन रहे थे और उन्हें ऐसे बतलाते देख ऋषि दा ने धर्मेंद्र को जोर से आवाज लगाई और कहा, 'ऐ धरम, असरानी से क्या पूछ रहे हो। अगर कहानी की इतनी ही समझ होती तो तुम आज हीरो होते।' इतना सुनते ही धर्मेंद्र बिल्कुल चुप हो गए।
तब तक अमिताभ बच्चन को धर्मेंद्र के साथ हुए इस वाकये के बारे में जानकारी नहीं थी और उन्होंने भी अपनी जिज्ञासा शांत करने के लिए असरानी से सूट वाला माजरा पूछ ही लिया और कहा, 'तुम आज सूट में कैसे, किसका ऑफिस है ये सेट पर?' इस बार ऋषि दा ऐसा चिल्लाए कि अमिताभ के होश उड़ गए।
अमिताभ बच्चन को डांटते हुए ऋषि दा ने कहा, 'ऐ अमित तुम क्या पूछ रहे हो सीन या कहानी ? धरम बताओ अमित को जो मैंने तुमसे कहा। तुम लोगों को अगर इतनी ही समझ होती तो आज तुम लोग फिल्म में हीरो नहीं होते, डायरेक्टर होते। चलो काम पर।' ऋषि दा की ऐसी बात सुनकर अमिताभ बच्चन और धर्मेंद्र अपना-सा मुंह लेकर चले गए। लेकिन यह कहना गलत नहीं होगा कि ऋषि दा की मेहनत का ही नतीजा था कि फिल्म 'चुपके चुपके' बाद में क्लासिक हिट बनी थी।