जनता से रिश्ता ववेबडेस्क | एक्ट्रेस सोनाक्षी सिंहा ने लंबे समय बाद स्क्रीन पर दमदार वापसी की है। इस बार उन्होंने ओटीटी पर अपना डेब्यू किया है। सोनाक्षी सस्पेंस थ्रिलर वेब सीरीज दहाड़ में नजर आ रही हैं, ये सीरीज 12 मई को प्राइम वीडियो पर रिलीज हो रही है। इसमें सोनाक्षी एक दबंग पुलिस ऑफिसर का किरदार निभा रही हैं। इस रोल में सोनाक्षी एक सटीक बैठ रही हैं। वहीं, इस सीरीज में विजय वर्मा, गुलशन देवैया और सोहम शाह जैसी तगड़ी स्टार कास्ट शामिल है। ट्रेलर रोगंटे खड़े कर देने वाला था, जिसमें 27 लड़कियों की मर्डर मिस्ट्री की सुलझाने में पुलिस लगी हुई है। 8 एपिसोड की ये सीरीज कितनी दमदार है। ये जानने के लिए पढ़े ये रिव्यू। पहले एपिसोड की कहानी शुरु होती है, एक लव जिहाद केस के साथ। जिसमें राजस्थान के मंडावा गांव के मुखिया की बेटी अपनी मर्जी से एक मुस्लिम लड़के (अल्ताफ) साथ भाग जाती है। जिसके बाद मुखिया को ये बर्दाश्त नहीं होता और वह दोनों को ढूंढ लाता है, और लड़के को पुलिस के हवाले कर देता हैं। फिर वह पुलिस पर जबरन लव जिहाद का केस दर्ज करने का दबाव बनाता है। जिसके बाद गांव से एक और लड़की अपने बॉयफ्रेंड के साथ भाग जाती है। उसका भाई भी पुलिस के पास आता है कि उसकी बहन को ढूंढे। पुलिस उस आदमी की बहन की तलाश शुरु करती हैं। इसी के साथ धीरे-धीरे पता चलता है कि, ऐसे ही 27 लड़कियां घर से भागी हुई हैं और वापस कभी लौट कर नहीं आई है। साथ ही सभी के भागने का तरीका और जिस लड़के से वह प्यार करती थीं, सबकी कहानी बिल्कुल एक जैसी है। धीरे-धीरे ये केस काफी पेचीदा हो जाता है।
जिसके बाद सोनाक्षी सिन्हा जो अंजली भाटी का किरदार निभा रही हैं, उनकी शक की सुई अटकती है, विजय वर्मा के किरदार पर, जो सीरीज में एक प्रोफेसर आनंद के रोल में नजर हैं। वह शादीशुदा है और एक बच्चे का बाप है। विजय वर्मा के पास से एक गुम हुई एक लड़की का फोन मिलता है। इसके बाद पुलिस पुछताछ करती है तो, वह कहानी बनाकर अपने आपको बचा लेता है। लेकिन जहां सोनाक्षी को उन्हें लेकर यकीन है कि इन सबके पीछे विजय ही है, तो वही बाकी पुलिस वाले एक प्रोफेसर और बाल बच्चे वाले विजय वर्मा के किरदार को आरोपी मानने से हिचकिचाते हैं और फिर यहीं से शुरू होती है असली कातिल की असलियत को पहचानने की जंग। जिसे जानने के लिए आपको सीरीज देखनी पड़ेगी।
वेब सीरीज दहाड़ में दबंग लेडी अफसर के रूप में सोनाक्षी सिंहा की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है। उन्होंने हरियाणवी भाषा के साथ पुलिस का जो रोब दिखाया है, वह वाकई काबिल-ए-तारीफ है। वहीं, विजय वर्मा ने अपनी दो पर्सनेलिटी को भी सीरीज में बखूबी शोकेस किया है। बात की जाए अगर, सोहम शाह और गुलशन देवैया की तो इन दोनों ने भी सीरीज में अच्छा काम किया है।
दहाड़ को रीमा कागती और रुचिका ओबरॉय ने मिलकर डायरेक्ट कर कमाल ही कर दिया है। एक-एक सीन को बखूबी स्क्रीन पर पेश किया है। आपकों इसे देखते हुए कहीं भी ये एहसास नहीं होगा, कि आपकी आंखे थक गई। हर सीन एक दम असली लग रहे हैं। डायरेक्शन इतना कमाल का है कि, छोटी-मोटी कमी को आप नजर अंदाज कर सकते हैं।