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पुलिस स्टेशन में कॉमेडियन Sunil Pal ने दर्ज़ कराया अपना बयान, कोरोना में जुटे डॉक्टरों पर की थी अपमानजनक टिप्पणी

Tara Tandi
27 May 2021 1:34 PM GMT
पुलिस स्टेशन में कॉमेडियन Sunil Pal ने दर्ज़ कराया अपना बयान, कोरोना में जुटे डॉक्टरों पर की थी अपमानजनक टिप्पणी
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कोविड-19 पैनडेमिक से निपटने में जुटे डॉक्टरों को लेकर की गयी ग़लत बयानबाज़ी कॉमेडियन सुनील पाल पर भारी पड़ गयी है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | कोविड-19 पैनडेमिक से निपटने में जुटे डॉक्टरों को लेकर की गयी ग़लत बयानबाज़ी कॉमेडियन सुनील पाल पर भारी पड़ गयी है। माफ़ी मांगने के बावजूद केस सुलटा नहीं है। इसी क्रम में गुरुवार को मुंबई के पुलिस स्टेशन में अपने बयान दर्ज़ करवाये।

एसोसिएशन ऑफ मेडिकल कन्सलटेंट्स की प्रमुख डॉ. सुष्मिता भटनागर की शिकायत के आधार पर मुंबई के अंधेरी पुलिस स्टेशन में सुनील पाल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज़ की गयी है। शिकायत के मुताबिक, पाल ने वीडियो में डॉक्टरों के ख़िलाफ़ कथित तौर पर अपमानजनक टिप्पणी की। बता दें, इस मामले में दिल्ली स्थित एम्स के रेजीडेंट डॉक्टर्स ने नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए गृह मंत्री अमित शाह को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा था।
विवाद बढ़ने पर मांगी माफ़ी
हालांकि, विवाद बढ़ते देख सुनील ने सोशल मीडिया के ज़रिए अपने बयानबाज़ी के लिए माफ़ी भी मांगी थी। सुनील ने फेसबुक अकाउंट से एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने कहा था- 'जैसा कि आप जानते हैं कि अंधेरी पुलिस स्टेशन में मेरे ख़िलाफ़ एक एफआईआर दर्ज हुई है। मेडिकल से जुड़े लोगों का कहना है कि मैंने उनके लिए, डॉक्टर्स की टीम के लिए कुछ भला-बुरा कहा है, लेकन मैंने ये बातें सबके लिए नहीं कही थीं। आजू-बाजू के वातावरण को देखते हुए मैंने ये बातें कहीं थीं। आज भी मेरी नज़र में डॉक्टर भगवान का रूप हैं। कहीं कोई गड़बड़ होती है तो पेशा बदनाम होता है। मेरा दिल अभी भी कहता है कि कोई ग़लती हुई हो या किसी का दिल दुखा हो तो मैं माफ़ी मांगता हूं। आप सब जियो हज़ारों साल। एक बार फिर मैं दिल से माफ़ी मांगता हूं, आई एम रियली रियली सॉरी।'
क्या कहा था सुनील पाल ने
सुनील पाल ने अपनी वेबसाइट पर अपलोड एक वीडियो में डॉक्टरों पर कोविड संकट की आड़ में मानव तस्करी का आरोप लगाया था। इस वीडियो में सुनील पाल कहते हैं, 'डॉक्टर भगवान का एक रूप होते हैं, लेकिन 90 प्रतिशत डॉक्टरों ने दानव का रूप धारण कर लिया है। मरीजों से धोखाधड़ी की जा रही है। गरीब लोगों को डराया जा रहा है। पूरे दिन कोविड के नाम पर उन्हें परेशान किया जा रहा है। उन्हें यह कहकर परेशान किया जाता है कि कोई बेड नहीं है, कोई प्लाज्मा नहीं है, कोई दवा नहीं है।'


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