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आईएएस ऑफिसर की तयारी छोड़ अभिनेता बने थे Chandrachur, जन्मदिन पर जाने उनसे जुड़े कुछ किस्से
Tara Tandi
11 Oct 2023 5:24 AM GMT
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कौन कहता है आसमां में छेद नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारों...ये बात अभिनेता चंद्रचूड़ सिंह पर बिल्कुल फिट बैठती है। चंद्रचूड़ सिंह को बॉलीवुड में किसी खान या कपूर स्टार की तरह सफलता नहीं मिल सकी, लेकिन स्कूल टीचर की नौकरी शुरू करने के बाद उन्होंने जिस तरह से फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाई, वह बेहद प्रेरणादायक है
दिल्ली के स्कूल में संगीत सिखाया, दून स्कूल में इतिहास पढ़ा
फिल्मों में आने से पहले चंद्रचूड़ सिंह एक स्कूल टीचर थे और उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वह एक्टर बनेंगे। 11 अक्टूबर 1968 को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में जन्मे चंद्रचूड़ सिंह को बचपन से ही अभिनय का शौक था। उन्हें गाने का भी शौक था इसलिए उन्होंने शास्त्रीय गायन की ट्रेनिंग ली. जब चंद्रचूड़ सिंह स्कूल में थे तो वह नाटकों में हल्की-फुल्की एक्टिंग किया करते थे। स्कूल और कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद चंद्रचूड़ सिंह दिल्ली के वसंत वैली स्कूल में संगीत सिखाने लगे। ये बात 90 के दशक की है। उन्होंने दून स्कूल में बच्चों को इतिहास भी पढ़ाया। चंद्रचूड़ सिंह बच्चों को पढ़ाने के साथ-साथ आईएएस बनने की तैयारी भी कर रहे थे। लेकिन जब उन्हें फिल्मों के ऑफर मिलने लगे तो वह मुंबई आ गए।
बीच में रुक गई थी पहली फिल्म, 8 साल के संघर्ष के बाद डेब्यू
चंद्रचूड़ सिंह ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत 1990 में फिल्म 'आवारगी' से की थी। लेकिन किसी वजह से ये फिल्म अटक गई। इसके साथ ही चंद्रचूड़ सिंह का करियर भी अटक गया. उनकी कुछ और फिल्में भी थीं जो रिलीज नहीं हो सकीं और डिब्बाबंद हो गईं। जब चंद्रचूड़ सिंह ने ऐसी स्थिति देखी तो उनका दिल टूट गया. ऐसा इसलिए क्योंकि चंद्रचूड़ सिंह आईएएस अधिकारी बनना चाहते थे, जिसके लिए वह यूपीएससी परीक्षा देने की तैयारी भी कर रहे थे। चूँकि अभिनय के प्रस्ताव भी उपलब्ध थे, चंद्रचूड़ सिंह सब कुछ छोड़कर अभिनेता बनने की चाहत में 1988 में मुंबई आ गये। 1990 में उन्हें एक फिल्म भी मिली, जिसकी उन्होंने आधी से ज्यादा शूटिंग पूरी कर ली थी. लेकिन वो फिल्म बीच में ही बंद हो गई। इसके बाद पांच साल तक चंद्रचूड़ सिंह को कोई फिल्म नहीं मिली।
जब चंद्रचूड़ सिंह निराश हो गए तो उन्होंने ये फैसला लिया
चंद्रचूड़ सिंह को लगने लगा कि उन्होंने एक्टिंग को करियर चुनकर गलती कर दी है। ये करियर उनके लिए सही नहीं है। चंद्रचूड़ सिंह ने एक बार 'इंडियन एक्सप्रेस' से बातचीत में बताया था कि उन्हें बच्चों को पढ़ाने में बहुत मजा आता है। ऐसे में उन्हें शक होने लगा कि क्या उन्होंने एक्टिंग में आकर कुछ गलत तो नहीं किया है? चंद्रचूड़ ने तय कर लिया था कि अगर उन्हें फिल्म नहीं मिली या हीरो नहीं बन सके तो वह वापस जाकर स्कूल में पढ़ाना शुरू कर देंगे।
जया बच्चन ने दिया मौका, गुलज़ार साहब ने दी 'माचिस'
अचानक एक दिन चंद्रचूड़ सिंह को जया बच्चन के रूप में मौका मिल गया। जया बच्चन ने फिल्म 'तेरे मेरे सपने' के स्क्रीन टेस्ट के लिए चंद्रचूड़ सिंह को बुलाया और उनका चयन हो गया। गुलजार साहब ने उसी फिल्म का चंद्रचूड़ सिंह का ऑडिशन टेप देखा और उन्हें फिल्म 'माचिस' के लिए साइन कर लिया। चंद्रचूड़ सिंह को 1996 में फिल्म 'तेरे मेरे सपने' से डेब्यू करने का मौका मिला। इस फिल्म का निर्माण अमिताभ बच्चन के प्रोडक्शन हाउस ने किया था। उसी साल चंद्रचूड़ सिंह तब्बू के साथ फिल्म 'माचिस' में नजर आए। फिल्म ब्लॉकबस्टर रही और चंद्रचूड़ सिंह को सुर्खियों में ला दिया। इसके लिए चंद्रचूड़ सिंह को फिल्मफेयर बेस्ट मेल डेब्यू अवॉर्ड भी मिला। इंडस्ट्री में हर जगह उनकी चर्चा होने लगी।
एक हादसा और चंद्रचूड़ सिंह बर्बाद हो गये
फिल्मों में आने के बाद चंद्रचूड़ सिंह ने कई हिट फिल्में दीं और कुछ मल्टीस्टारर फिल्मों में भी काम किया। इनमें 'दाग: द फायर' और 'जोश' जैसी फिल्में शामिल हैं। 2001 तक सब कुछ ठीक चल रहा था, लेकिन गोवा में वॉटर स्कीइंग के दौरान हुए एक हादसे ने उनका करियर बर्बाद कर दिया। वह काफी समय तक फिल्मों से दूर रहे। चूंकि उनके कंधे में काफी चोट लगी थी और वह ज्यादा चल-फिर नहीं सकते थे, इस वजह से चंद्रचूड़ सिंह का वजन काफी बढ़ गया। वजन बढ़ने के साथ उनकी फिटनेस खराब हो गई और उनके हाथ से रोल फिसलने लगे। लेकिन चंद्रचूड़ सिंह ने हार नहीं मानी और 2012 में बड़े पर्दे पर वापसी की।
सिंगल फादर हैं चंद्रचूड़ सिंह, 'कठपुतली' से हैं मशहूर
फिल्म 'चार दिन की चांदनी' में चंद्रचूड़ सिंह तुषार कपूर, फरीदा जलाल, ओम पुरी, अनुपम खेर और कुलराज रंधावा जैसे कलाकारों के साथ नजर आए थे। चंद्रचूड़ सिंह के करियर की दूसरी पारी भी नहीं चली। चंद्रचूड़ सिंह को अपने करियर और निजी जीवन में जितनी भी परेशानियों का सामना करना पड़ा, अगर कोई और होता तो शायद वह हिम्मत हार जाता। लेकिन चंद्रचूड़ सिंह ने खुद को संभाला और साल 2020 में वेब सीरीज 'आर्या' से वापसी की। हाल ही में वह अक्षय कुमार की फिल्म 'कठपुतली' में नजर आए थे।
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