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हालांकि अभियोजन पक्ष ने इस पर आपत्ति जताई और तर्क दिया कि सिर पर चोट इतना हल्का नहीं था.
डेलीमेल की रिपोर्ट के अनुसार, 29 साल के जॉर्डन ली (Jordan Lee) अपनी बेटी विलो ली (Willow Lee) को पिछले साल 3 दिसंबर को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया. वारदात के समय बच्ची की मां जेड बेल (Jade Bell) घर पर मौजूद नहीं थी. अब मामले की सुनवाई लंकशायर के प्रेस्टन क्राउन कोर्ट (Preston Crown Court) में चल रही है.
मां ने सुनाई दर्दनाक कहानी
कोर्ट में सुनवाई के दौरान जेड बेल (Jade Bell) ने दर्दनाक कहानी सुनाई और बताया कि 3 दिसंबर की सुबह, विलो सुबह 4 बजे उठ गई थी. इसके बाद मैं उसे दूध पिलाकर काम पर चली गई. इसके बाद दोपहर 1.18 बजे जॉर्डन के भाई डेनियल का मैसेज आया. उसने कहा, 'जॉर्डन पिता बनने के योग्य नहीं हैं और मुझे विलो के लिए दुख हो रहा है.' उसने दूसरे मैसेज में बताया, 'वह पूरे दिन बहुत रोती रही और वह वास्तव में गुस्सा हो रहा है और उस पर चिल्ला रहा है.' जेड ने आगे बताया कि इसके बाद मैंने डेनियल को कहा कि कृपया सुनिश्चित करें कि वह बच्ची को किसी भी तरह से चोट नहीं पहुंचाए, लेकिन जब डेनियल ने उसे समझाने की कोशिश की तो जॉर्डन ने कहा कि अगर मैं उसे रोने से नहीं रोक सकता तो तुम क्या कर सकते हो.'
हादसे के 3 दिन बाद बच्ची की मौत
डेनियल ने बताया कि शाम 5.30 बजे तेज आवाज आई, जिसके बाद बच्ची को रोना बंद हो गया और जॉर्डन को 'विलो, विलो, विलो क्या बात है' कहते हुए सुना. इसके बाद मैं भागकर अपने भाग के पास गया और देखा की विलो के सिर में गंभीर चोट लगी थी. इसके बाद उसे ब्लैकपूल विक्टोरिया हॉस्पिटल ले गए और बाद लिवरपूल के एल्डर हे चिल्ड्रेन हॉस्पिटल में शिफ्ट कर दिया गया, जहां तीन दिन बाद 6 दिसंबर को उसकी मौत हो गई.
बच्ची के सिर में लगी थी गंभीर चोट
सीटी स्कैन में बच्ची के सिर में चोट दिखाई दी थी. वहीं पोस्टमॉर्टम में पाया गया कि बच्ची के सिर में गंभीर और काफी दर्दनाक चोट लगी थी. रिपोर्ट में यह बात सामने आई कि उसके सिर पर जोरदार और लगातार कई हमले किए गए थे.
पिता ने हत्या से किया इनकार
बच्ची के पिता जॉर्डन ली (Jordan Lee) ने हत्या से इनकार किया है और कोर्ट को बताया कि जब वह एक्स-बॉक्स गेम खेल रहा था, तब बच्ची सोफे से लुढ़क कर गिर गई थी और उसे सिर में कांच की बोतल से चोट लग गई. हालांकि अभियोजन पक्ष ने इस पर आपत्ति जताई और तर्क दिया कि सिर पर चोट इतना हल्का नहीं था.
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