सोनम कपूर के पोस्ट पर भड़के बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा, एक्ट्रेस के लिए ये कही ये बात
कर्नाटक के उडुपी जूनियर कॉलेज में हिजाब को लेकर शुरू हुए विवाद की चर्चा पूरे देश में हो रही है। इस मुद्दे पर राजनेता से लेकर फिल्मी सितारे तक अपनी राय दे रहे हैं, लेकिन बॉलीवुड अभिनेत्री सोनम कपूर को हिजाब के मुद्दे पर अपनी राय देना भारी पड़ गया है। अभिनेत्री के खिलाफ भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने जमकर गुस्सा जाहिर किया है।
You make a choice @sonamakapoor
— Manjinder Singh Sirsa (@mssirsa) February 11, 2022
Don't indulge in a veiled attack!
Turban is inseparable for a Sikh and will always be! Sikhs' fight against the tyranny is going on since 17th century and will continue@PTI_News @ANI @thetribunechd @republic @TimesNow @ABPNews @News18India https://t.co/ETZMERAEEL
दरअसल हिजाब के मुद्दे को लेकर हाल ही में सोनम कपूर ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक तस्वीर शेयर की। इस तस्वीर में एक में शख्स ने पगड़ी पहनी है और दूसरी में महिला ने हिजाब। सोनम कपूर ने इस तस्वीर को शेयर करते हुए सवाल उठाया था कि पगड़ी पसंद हो सकती है तो हिजाब क्यों नहीं? अनिल कपूर की बेटी की इस टिप्पणी पर भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा भड़क गए हैं।
पगड़ी की हिजाब से तुलने करने पर उन्होंने सोशल मीडिया पर सोनम कपूर को लताड़ लगाई है। मनजिंदर सिंह सिरसा ने ट्विटर पर अभिनेत्री पर गुस्सा जाहिर करते हुए लिखा, 'दस्तर या 'दस्त-ए-यार' का मतलब 'भगवान का हाथ'। यह पसंद नहीं बल्कि श्री गुरू गोबिंद सिंह जी का आशीर्वाद, सिखों का अभिन्न अंग और पहचान है। इस संदर्भ में दस्तर और हिजाब की तुलना करना गैरजरूर और अन्याय है।'
मनजिंदर सिंह सिरसा यहीं नहीं रुके उन्होंने अपने अगले ट्वीट में लिखा, 'सोनम कपूर आपकी पसंद हो सकती है। छिपे हुए हमले में शामिल न हों! एक सिख के लिए पगड़ी अविभाज्य है और हमेशा रहेगी! अत्याचार के खिलाफ सिखों की लड़ाई 17वीं सदी से चल रही है और जारी रहेगी।' सोशल मीडिया पर मनजिंदर सिंह सिरसा के यह ट्वीट्स तेजी से वायरल हो रहे हैं
आपको बता दें कि कर्नाटक के उडुपी जिले के एक सरकारी स्कूल से हुई थी। यहां 6 लड़कियां क्लास में हिजाब पहनकर पहुंची थीं। उनको मना किया गया तो मामले ने तूल पकड़ लिया। कुछ लड़के भगवा अंगौछा पहनकर आ गए। बवाल बढ़ते-बढ़ते प्रदर्शन शुरू हो गया और कर्नाटक के कई हिस्सों तक फैल गई। यह एक कॉलेज में हिंसा के बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। फिलहाल यह मामला कोर्ट के सामने है।