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जन्मदिन: अतुल कुलकर्णी के करियर में लगे ये चार चांद, इन किरदारों से आलोचकों को भी बना चुके हैं फैन

Shiddhant Shriwas
10 Sep 2021 5:59 AM GMT
जन्मदिन: अतुल कुलकर्णी के करियर में लगे ये चार चांद, इन किरदारों से आलोचकों को भी बना चुके हैं फैन
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10 सितंबर 1965 को कर्नाटक में जन्में अतुल कुलकर्णी बॉलीवुड के उन चुनिंदा अभिनेताओं में से हैं जिनकी पहचान एक दमदार कलाकार के रूप में होती है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। 10 सितंबर 1965 को कर्नाटक में जन्में अतुल कुलकर्णी बॉलीवुड के उन चुनिंदा अभिनेताओं में से हैं जिनकी पहचान एक दमदार कलाकार के रूप में होती है।इस साल अतुल 56वां जन्मदिन मना रहे हैं। उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई कर्नाटक से की थी। अतुल कुलकर्णी ने पहली बार अभिनय अपने स्कूल में तब किया, जब वह दसवीं क्लास में थे। इसके बाद वह स्कूल से लेकर कॉलेज तक कई थियेटर ग्रुप से जुड़े जहां उन्होंने अभिनय की बारीकी को सीखा। इसके बाद अतुल कुलकर्णी ने कलाकार बनने का फैसला किया।

अतुल कुलकर्णी ने साबित की ही अपनी प्रतिभा

अतुल कुलकर्णी ने हिंदी के अलावा मराठी, कन्नड़, मलयालम, तमिल और तेलुगु फिल्मों में भी काम किया है। अतुल कुलकर्णी ने साल 1995 में नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से डिप्लोमा की पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने फिल्मों की ओर रुख किया। अतुल कुलकर्णी की बॉलीवुड डेब्यू फिल्म 'भूमि गीता' थी। इसके बाद अतुल कुलकर्णी कुछ ऐसे शानदार किरदार में नजर आए कि हर किसी को अपने हुनर का दीवाना बना दिया।

मधुर भंडारकर की 'चांदनी बार' से अतुल कुलकर्णी को जबरदस्त सफलता मिली। इस फिल्म में अतुल के किरदार को खूब पसंद किया गया। तब्बू फिल्म में मुख्य हीरोइन थीं और फिल्म की कहानी भी उनके ईर्द-गिर्द ही घूमती है लेकिन फिर भी अपनी अदाकारी से अतुल दर्शकों का दिल जीतने में कामयाब रहे।

चांदनी बार के अलावा वो 'रंग दे बसंती' और 'द अटैक्स ऑफ 26/11' में नजर आए। इन फिल्मों में ना सिर्फ अतुल ने दर्शकों का दिल जीता बल्कि अपनी शानदार परफॉर्मेंस से आलोचकों के भी पसंदीदा बन गए। इसके बाद वो फिल्म 'नटरंग' का हिस्सा बने, ये फिल्म उनके करियर में एक मील का पत्थर साबित हुई। फिल्म में एक ऐसे युवा की कहानी दिखाई गई थी जो परिवार, दोस्तों और समाज से जुड़ी तमाम उलझनों को पास करने की कोशिश करता है। इस फिल्म में लैंगिक भेदभाव जैसे मुद्दों पर भी प्रकाश डाला गया था।

इसके अलावा कंगना रणौत की फिल्म 'मणिकर्णिका- द क्वीन ऑफ झांसी' में तात्या तोपे का किरदार निभाकर एक बार फिर उन्होंने अपनी प्रतिभा साबित कर दी। सपोर्टिंग किरदार के साथ साथ नकारात्मक किरदार में भी अतुल खूब जंचे। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि "मेरा नजरिया एक किरदार की बजाय पूरी कहानी पर रहता है। मैं ये समझने की कोशिश करता हूं कि जो कहानी निर्माता या निर्देशक मुझे सुना रहा है, वह दर्शकों को पसंद आएगी या नहीं। मैं कहानी को दर्शक के नजरिए से सुनता हूं और फिर उसी अनुसार फैसला लेता हूं।"

समय की मांग को देखते हुए अतुल भी अब वेब सीरीज का हिस्सा बन चुके हैं। उन्होंने अल्टबालाजी की वेब सीरीज 'द टेस्ट केस' में कर्नल आजिंक्य साठे के किरदार से डिजिटल की दुनिया में कदम रखा। इसके अलावा वो प्राइम वीडियो की सीरीज 'बंदिश बैंडिट' में भी नजर आ चुके हैं। अतुल कुलकर्णी की निजी जिंदगी के बात करें तो उनकी पत्नी थियेटर कलाकार गीतांजली कुलकर्णी हैं। अभिनय करने के अलावा यह दोनों छोटे बच्चों के लिए एक गैरसरकारी संगठन (एनजीओ) भी चलाते हैं।

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