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जन्मदिन: दमदार अदायगी से दिल चुरा लेती हैं दिव्या, ऐसे हुई 'शब्बो' की फिल्मों में एंट्री

Shiddhant Shriwas
25 Sep 2021 4:42 AM GMT
जन्मदिन: दमदार अदायगी से दिल चुरा लेती हैं दिव्या, ऐसे हुई शब्बो की फिल्मों में एंट्री
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दिव्या दत्ता का नाम बॉलीवुड की उन अभिनेत्रियों में शामिल हैं जिन्होंने अपने अभिनय से हमेशा दर्शकों को प्रभावित किया है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दिव्या दत्ता का नाम बॉलीवुड की उन अभिनेत्रियों में शामिल हैं जिन्होंने अपने अभिनय से हमेशा दर्शकों को प्रभावित किया है लेकिन फिर भी उनका नाम अक्सर लाइम लाइट में पीछे हो जाता है। दिव्या बॉलीवुड की अंडररेटेड अभिनेत्रियों में से एक हैं जिन्होंने अपनी परफॉरमेंस से हर बार दर्शकों का दिल जीता है। मॉडलिंग से अपने करियर की शुरूआत करने वाली दिव्या ने टीवी सीरियल्स में भी काम किया है। साथ ही फिल्म 'कसूर' में उन्होंने अपनी आवाज भी दी थी। दिव्या ने साल 199 में फिल्म 'इश्क में जीना इश्क में मरना' से फिल्मों में डेब्यू किया था।

दमदार अदायगी से दिल चुरा लेती हैं दिव्या

हालांकि उन्हें असली पहचान पंजाबी फिल्म 'शहीद ए मोहब्बत बूटा सिंह' से मिली थी। इस फिल्म में उन्होंने एक सिख व्यक्ति की मुस्लिम पत्नी का किरदार निभाया था। ये फिल्म दर्शकों को काफी पसंद आई थी। इसके साथ ही फिल्म वीर जारा में शब्बो के किरदार में दिव्या ने दर्शकों का तो दिल जीता ही साथ ही आलोचकों की भी तारीफ लूटी। 25 सिंतबर 1977 में लुधियाना में जन्मीं दिव्या इस साल अपना 45वां जन्मदिन मना रही हैं। तो चलिए उनके जन्मदिन पर आपको बताते हैं उनसे जुड़ी खास बातें।

दिव्या एक पंजाबी हिंदू परिवार में संबंध रखती हैं। दिव्या दत्ता जब सात साल की थीं तो उनके पिता का निधन हो गया था। इसके बाद दिव्या की मां ने अकेले ही उनका पालन पोषण किया। दिव्या दत्ता की मां डॉ. नलिनी दत्ता एक सरकारी अधिकारी थीं। साल 1984 में पंजाब में हुए सिख दंगों के समय दिव्या बहुत छोटी थीं। वो काफी डर भी गईं थीं लेकिन उन्होंने इसे अपने ऊपर प्रभावित नहीं होने दिया था।

दिव्या को बचपन से ही फिल्मों में अभिनय का शौक था। अपने शौक के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा था 'जब मैं चार साल की थी तब मुझे एक दिन लगा कि मैं अभिनय बढ़िया कर लेती हूं। होता ये था कि उन दिनों अमिताभ बच्चन की फिल्म डॉन रिलीज हो चुकी थी और फिल्म का गाना 'खइके पान बनारसवाला' खूब बजा करता था। मैंने भी उनका पान खाकर नाचने वाला स्टाइल देख रखा था तो घर पर मैं इसी गाने पर खूब नाचा करती।मम्मी का दुपट्टा लेकर मैं उसे कमर में बांध लेती और होठों पर पान वाली लाली लाने के लिए खूब सारी लाल लिपस्टिक लगा लेती। हमारे घर पर बाकायदा इसका शो हुआ करता था। उनकी पार्टी चलती और मेरा डांस।

एक चैनल को दिए इंटरव्यू में दिव्या दत्ता ने कहा था कि जब वो अपने किसी पुराने किरदार को ही रिपीट करती हैं तो उन्हें किसी भी तरह कि कोई चुनौती नहीं आती और न ही वो नर्वस होती हैं। उन चीजों का कोई मतलब नहीं है। दिव्या दत्ता ने कहा, 'मैं खुद को तब लकी मानती हूं जब मैं उन निर्देशकों के साथ काम कर रही होती हूं जो मुझे इस तरह के किरदार ऑफर करते हैं जो मैंने पहले कभी भी नहीं किए। लेकिन अगर मैं पहले जैसा ही कोई किरदार कर रही हूं तो कोई दिक्कत नहीं है'।

दिव्या फिल्म वीर जारा के अलावा 'वीरगति', 'इसकी टोपी उसके सर', 'भाग मिल्खा भाग', 'गिप्पी', 'संविधान', 'बागबान' में नजर आ चुकी हैं। मिल्खा सिंह में उन्होंने मिल्खा की बहन का किरदार निभाया था।दिव्या दत्ता हाल ही में फिल्म 'शीर-कोरमा' में नजर आईं। उनकी आगामी फिल्म धाकड़ है। धाकड़ में कंगना रणौत मुख्य भूमिका में हैं लेकिन दिव्या अहम किरदार निभाती नजर आएंगी।

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