दिल्ली : भारत को भले ही अंतरराष्ट्रीय आर्थिक मंदी की छाया से दूर बताया जा रहा है, लेकिन फिर भी देशी और विदेशी कंपनियां अंतरराष्ट्रीय सुस्ती (Global Recession) के डर से खौफजदा हैं. इस डर से कंपनियां विस्तार योजनाओं पर फूंक फूंक कर कदम रख रही हैं. कंपनियों के इस डर का अंदाजा उनकी ऑफिस लीज से जुड़ी गतिविधियों में दिखाई दे रहा है. एक ताजा रिपार्ट के मुताबिक राष्ट्र भर में ऑफिस लीज में 22 फीसदी की बड़ी गिरावट दर्ज की गई है.
8 शहरों में दिखा गिरावट का रुख
रियल एस्टेट परामर्श कंपनी कुशमैन एंड वेकफील्ड ने अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी देते हुए बताया कि हिंदुस्तान के शीर्ष आठ शहरों में कार्यालय स्थलों को पट्टे पर देने में चालू वित्त साल की पहली तिमाही (अप्रैल-जून, 2023) में सालाना आधार पर 22 फीसदी गिरावट आई है. बड़ी कंपनियां अभी भी विस्तार योजनाओं को लेकर सावधान बनी हुई हैं. कंपनी के आंकड़ों के मुताबिक कार्यालय स्थलों को पट्टे पर देने का कुल आंकड़ा अप्रैल-जून, 2023 में सालाना आधार पर घटकर 1.74 करोड़ वर्ग फुट रह गया, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 2.24 करोड़ वर्ग फुट था.
कंपनियां फूंक-फूंक कर उठा रही हैं कदम
कंपनियां बड़े कार्यस्थलों को पट्टे पर लेने के बारे में निर्णय करने के लिए समय ले रही हैं. एपीएसी टेनेंट रीप्रजेंटेशन के प्रमुख और हिंदुस्तान एवं दक्षिण-पूर्वी एशिया के व्यवस्था निदेशक अंशुल जैन ने कहा, “भारत का कार्यालय स्थल बाजार लगातार वृद्धि कर रहा है. विदेशी बाजारों में मंदी के बावजूद इसमें तेजी के पीछे बड़ा कारण घरेलू बाजार में मांग है.”
दिल्ली और मुंबई में दिखा बड़ा असर
मुंबई में अप्रैल-जून में कार्यालय स्थल को पट्टे पर लेने का सकल आंकड़ा सालाना आधार पर नौ फीसदी गिरकर 27.3 लाख वर्गफुट रह गया. दूसरी ओर दिल्ली-एनसीआर में कार्यालय स्थल को पट्टे पर लेने का सकल आंकड़ा पांच फीसदी बढ़कर 35.9 लाख वर्गफुट हो गया.