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इरफान खान के बेटे होने का बाबिल खान को नहीं मिला कोई फायदा, बाबिल बोले- ऑडिशन देने ही पड़ेंगे
Rounak Dey
27 Nov 2022 9:03 AM GMT
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बोलेंगी कि करा दो इसको। यह हमारे संस्कार के खिलाफ है। मुझे लगता है कि लोग भी इस बात को समझते हैं।'
बॉलीवुड में हमेशा से ही स्टार किड्स और नेपोटिजम को लेकर बहस चलती आ रही है। हमेशा ही यह कहा जाता रहा है कि स्टार किड्स को आसानी से फिल्मों में ब्रेक मिल जाता है। उन्हें कोई ऑडिशन नहीं देना पड़ता और न ही किसी फिल्ममेकर या प्रोड्यूसर का दरवाजा खटखटाना पड़ता है। लेकिन ऐसा बाबिल खान के साथ नहीं है। बाबिल, बॉलीवुड के दिवंगत स्टार इरफान खान के बेटे हैं और जल्द ही 'कला' से बॉलीवुड डेब्यू कर रहे हैं। एक स्टार का बेटा होने के बावजूद बाबिल को फिल्मों के लिए ऑडिशन देने पड़ रहे हैं।
जहां अन्य स्टार किड्स फिल्मों में डेब्यू से पहले ही लाइमलाइट में आ जाते हैं और अकसर ट्रोल्स के निशाने पर भी रहते हैं, वहीं बाबिल खान ने खुद को इससे बचाकर रखा है। Babil Khan इसका श्रेय पिता Irrfan को देते हैं। 'हिंदुस्तान टाइम्स' को दिए इंटरव्यू में बाबिल खान ने कहा कि 'बाबा' इरफान की विश्वसनीयता और लोगों के साथ कनेक्शन के कारण ऐसा हो पाया है।
भले ही है बार, पर उम्मीदें और फायदे भी
लेकिन बाबिल खान को जहां पिता की एक्टिंग विरासत में मिली है, वहीं वह खुद के कंधों पर पिता की लेगेसी का भार भी महसूस कर रहे हैं। वह खूब ऑडिशन भी दे रहे हैं और रिजेक्ट भी हो रहे हैं। इस मामले में बाबिल को पिता के नाम का फायदा नहीं मिला। बाबिल ने कहा, 'बाबा का सारा काम लोगों के साथ कनेक्शन के बारे में था। उन्होंने न तो अवॉर्ड्स की परवाह की और न ही इस बात की कि फिल्म को कौन प्रोड्यूस या डायरेक्ट कर रहा है। वह बस इतना जानते थे कि उन्हें यह किरदार निभाना है और उसे वह आम लोगों की जिंदगी से प्रेरित होकर निभाते थे। वही चीज मुझमें भी आ गई है।
'मां कभी फोन उठाकर नहीं कहेगी कि इसका करा दो'
बाबिल खान ने कहा, 'काम पाने के लिए पिता के नाम का इस्तेमाल करना मेरे सिद्धांतों के खिलाफ है। मुझे नहीं लगता कि मेरी मां कभी एक फोन करके मेरे लिए फेवर मांगेंगी। मुझे जाकर ऑडिशन देने ही पड़ेंगे, नहीं तो ऐसी मार पड़ेगी घर पे। यही हमारे संस्कार हैं। इन्हें तोड़ना संभव नहीं है। मैं अभी भी ऑडिशन दे रहा हूं और बहुत बार रिजेक्ट भी हो जाता हूं। अगर आज भी कोई ऑडिशन होता है, जिसमें मैं पास होना चाहता हूं और नहीं हो पाता हूं तो वह बहुत गुस्सा हो जाती हैं। लेकिन वह कभी फोन उठाकर यह नहीं बोलेंगी कि करा दो इसको। यह हमारे संस्कार के खिलाफ है। मुझे लगता है कि लोग भी इस बात को समझते हैं।'
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Rounak Dey
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