'इंडिया को प्रोटेक्ट करने से सारे इंडियन प्रोटेक्ट हो जाते हैं क्या?' आयुष्मान खुराना (Ayushmann Khurrana) के इस अकेले डायलॉग से आप समझ सकते हैं कि ये मूवी क्या कहना चाहती है. इस मूवी को जब आप देखकर बाहर निकलते हैं, तो 2 तरह के ख्याल आते हैं. पहला ये कि वाकई में पूर्वोत्तर को मुख्य धारा में लेकर किसी ने इस तरह की मूवी नहीं बनाई. जैसे 'कश्मीर फाइल्स' में कश्मीरी पंडितों की खुलकर बात की गई, वैसे ही इस मूवी में पूर्वोत्तर वासियों की और ये पहली बार है. ये अलग बात है कि विलेन कौन है, ये समझना 'अनेक' में मुश्किल लगेगा. दूसरा ख्याल ये आता है कि जैसा माहौल पूर्वोत्तर का इस मूवी में दिखाया गया है, वो इंदिरा गांधी के जमाने का है, तो आज उसे म्यांमार की सर्जिकल स्ट्राइक के साथ दिखाकर क्या राष्ट्रवादियों पर निशाना साधा गया है? इस लेख में सबसे पहले लिखा गया आयुष्मान खुराना का डायलॉग इस तरफ इशारा भी करता है.