आशा पारेख कहती है की 'फिल्म बहारों के सपने की शूटिंग के दौरान राजेश खन्ना में थी हीन भावना
फाइल फोटो
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | आशा पारेख और राजेश खन्ना ने साथ में 3 फिल्मों में काम किया। दोनों की तीनों फिल्में बॉक्स ऑफिस पर सफल साबित हुईं। राजेश और आशा की जोड़ी को भी लोगों का खूब प्यार मिला, हालांकि अब आशा पारेख ने अब फिल्म बहारों के सपने की शूटिंग के दौरान राजेश खन्ना के व्यवहार के बारे में बात की। आशा ने इस फिल्म तक वो सुपरस्टार बन चुकी थीं जबकि राजेश खन्ना स्ट्रगल कर रहे थे। उनमें फिल्म की शूटिंग के दौरान हीन भावना थी।
'राजेश इंट्रोवर्ट थे' - आशा पारेख
भारत के पहले सुपरस्टार को याद करते हुए आशा पारेख ने मुंबई में हुए एबीपी के एक कार्यक्रम में कहा, 'मूल रूप से वो अंतर्मुखी थे, वो (सेट पर) ज्यादा बात नहीं करते थे। वो बिल्कुल अंतर्मुखी थे। वो एक कोने में बैठ जाता था, ज्यादा बात नहीं करता था और शायद जब बहारों के सपने बनी थी तो ये उनकी दूसरी फिल्म थी। मैं पहले से ही एक स्टार थी और मैं बहारों के सपने करने वाली भी नहीं थी, नंदा हीरोइन थी लेकिन उन्हें इस फिल्म में काम नहीं करना क्योंकि वो ग्लैमरस रोल नहीं था।'
'वो सुपरस्टार बने तो सबकुछ बदल गया' - आशा पारेख
आशा पारेख ने आगे कहा, 'फिर, नासिर हुसैन मेरे पास आए और मुझसे फिल्म पर काम करने का आग्रह किया। मैंने उनसे मेरी उपलब्धता के अनुसार डेट्स एडजस्ट करने के लिए कहा और वो मान गए। उसके कारण कई बार ऐसा हुआ जब डेट्स को आगे-पीछे करना पड़ा और राजेश खन्ना के साथ कुछ घटनाएं हुईं। तबसे मैंने कहा.... वो मूल रूप से अंतर्मुखी थे, और उनको शायद हीन भावना भी थी शायद उस समय उनमें थोड़ी हीन भावना थी, लेकिन एक बार जब वो सुपरस्टार बन गए, तो सब कुछ बदल गया।'
चाइल्ड एक्टर के तौर पर शुरू किया करियर
आशा पारेख ने अपने करियर की शुरुआत 1952 में आई फिल्म दिल देके देखो से की थी। इस फिल्म में उनके साथ शम्मी कपूर नजर आए थे। वहीं राजेश खन्ना के साथ उन्होंने फिल्म आन मिलो सजना, कटी पतंग और बहारों के सपने में काम किया है। बता दें कि जब राजेश खन्ना के साथ आशा पारेख ने पहली फिल्म की थी उस समय वो बॉलीवुड का जाना माना नाम थीं।