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यह फिल्म पूर्व भारतीय महिला क्रिकेट कप्तान झूलन गोस्वामी की बायोपिक है. पहली बार अनुष्का शर्मा किसी बायोपिक में काम कर रही हैं. झूलन गोस्वामी के संघर्ष को दर्शकों तक पहुंचाने के लिए अनुष्का काफी उत्साहित हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अनुष्का शर्मा (Anushka Sharma) स्टारर 'चकदा एक्सप्रेस' (Chakda Express) फिल्म पूर्व भारतीय महिला क्रिकेट कप्तान झूलन गोस्वामी (Jhulan Goswani) की जिंदगी और उनकी क्रिकेट यात्रा से प्रेरित है. यह फिल्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज होने जा रही है, जिसकी पहली झलक अनुष्का शर्मा ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर की है. यह फिल्म विश्व क्रिकेट के इतिहास में सबसे तेज महिला गेंदबाजों में से एक झूलन गोस्वामी की शानदार यात्रा को दर्शाने वाली है, जिन्होंने अपने सपने को पूरा करने के लिए कई बाधाओं को पार किया और कई महिलाओं को प्रेरित किया.
अनुष्का शर्मा और उनके भाई कर्णेश शर्मा की क्लीन स्लेट फिल्मज़ द्वारा निर्मित, 'चकड़ा एक्सप्रेस' का निर्देशन प्रोसित रॉय द्वारा किया गया है. फिलहाल, इस फिल्म की रिलीज डेट सामने नहीं आई है. अनुष्का शर्मा ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर फिल्म का टीजर जारी किया है. टीजर वीडियो में आपको झूलन गोस्वामी के रूप में अनुष्का शर्मा बहुत ही धाकड़ खिलाड़ी की तरह दिखाई देंगी. अपने इस पोस्ट में अनुष्का शर्मा ने झूलन गोस्वामी को लेकर एक बहुत ही लंबा लेख लिखा है, जिसमें उन्होंने पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान के बारे में दिल को छू लेने वाली बातें कही हैं.
महिलाओं को खेल के लिए प्रेरित करने वाली खिलाड़ी थीं झूलन गोस्वामी
अनुष्का शर्मा ने झूलन गोस्वामी की बात करते हुए लिखा- यह वास्तव में एक स्पेशल फिल्म है, क्योंकि यह बलिदान की एक जबरदस्त कहानी है. चकदा एक्सप्रेस पूर्व भारतीय कप्तान झूलन गोस्वामी के जीवन से प्रेरित है और यह महिला क्रिकेट की दुनिया की आंखें खोलने वाली होगी. ऐसे समय में जब झूलन ने क्रिकेटर बनने और अपने देश को वैश्विक मंच पर गौरवान्वित करने का फैसला किया, तब महिलाओं के लिए खेल खेलने के बारे में सोचना भी बहुत मुश्किल था. यह फिल्म कई उदाहरणों की एक ड्रमैटिक रीटेलिंग है, जिसने झूलन गोस्वामी के जीवन और महिला क्रिकेट को भी आकार दिया है.
सपोर्ट सिस्टम से लेकर सुविधाओं तक, खेल खेलने से लेकर स्थिर आय तक, यहां तक कि क्रिकेट में भविष्य बनाने तक, भारत की महिलाओं को क्रिकेट को एक पेशे के रूप में अपनाने के लिए बहुत कम प्रेरित किया गया. झूलन का क्रिकेट करियर एक संघर्षपूर्ण और बेहद अनिश्चित क्रिकेट करियर रहा और वह अपने देश को गौरवान्वित करने के लिए खड़ी रहीं. उन्होंने इस रूढ़ि को बदलने का प्रयास किया कि महिलाएं भारत में क्रिकेट खेलकर अपना करियर नहीं बना सकतीं, ताकि अगली पीढ़ी की लड़कियों को एक बेहतर खेल का मैदान मिले. अभी बहुत काम किया जाना बाकी है और हमें उन्हें सर्वश्रेष्ठ के साथ सशक्त बनाना है ताकि भारत में महिलाओं के लिए खेल फल-फूल सके.
यहां देखिए अनुष्का शर्मा की Chakda Xpress का टीजर
अनुष्का ही नहीं, झूलन गोस्वामी ने भी अपने करियर में आने वाली चुनौतियों के बारे में बताया कि कैसे उस समय एक प्रचलित धारणा थी कि महिलाएं क्रिकेट नहीं खेल सकतीं. पश्चिम बंगाल के चकदाह शहर से ताल्लुक रखने वालीं झूलन गोस्वामी का कहना है कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि कभी-कभी किसी व्यक्ति की उपलब्धियों को आपके ऊपर रखा जाता है. स्टेडियम खाली हैं तो कोई बात नहीं. जब आप गेंदबाजी करने के लिए पिच पर आते हैं, तो आप देखते हैं कि विरोधी क्रिकेट बल्ला पकड़े हुए हैं और स्टंप्स को आपको नॉक आउट करने की जरूरत है
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