जनता से रिश्ता वेबडेस्क | निर्देशक अनुराग कश्यप ने हिंदी सिनेमा को तमाम कल्ट क्लासिक फिल्में दी हैं, जिनके लोग दीवाने हैं। गैंग्स ऑफ वासेपुर, बॉम्बे वेलवेट, गुलाल, सत्या ये कुछ ऐसी फिल्में हैं जो लोगों को बहुत पसंद आई हैं। अब वह अपनी अगली फिल्म कैनेडी को लेकर चर्चा में बने हुए हैं। उनकी फिल्म का बीते दिन (बुधवार) को कान फिल्म फेस्टिवल में प्रीमियर हुआ है। इस दौरान उन्होंने एक इंटरव्यू दिया और इस दौरान कई जरूरी बातों पर भी चर्चा हुई है।
एक इंटरव्यू के दौरान अनुराग कश्यप से भारत में स्वतंत्र सिनेमा की स्थिति के बारे में पूछी गई। इस दौरान अनुराग ने कहा, अभी स्वतंत्र सिनेमा, लॉकडाउन के कारण बहुत खराब और भ्रमित स्थिति में है। फिल्मों में स्ट्रीमिंग एक तरह से भारतीय सिनेमा के लिए जगह बन गई, लेकिन लॉकडाउन के दौरान मेन स्ट्रीम सिनेमा की भी स्ट्रीमिंग होने लगी है। इसलिए, स्ट्रीमर भी बहुत सारे स्वतंत्र सिनेमा को पसंद करते हैं। ऐसे में आपको सर्रवाइव करने के लिए लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करना होगा।
इसके बाद अनुराग कश्यप ने स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म की बिजनेस की रणनीतियों की तुलना ईस्ट इंडिया कंपनी के तरीकों से कर दी कि जिस तरीके से लोगों ने अपनी फिल्मों को ओटीटी प्लेटफॉर्म को बांटना शुरू कर दिया है तो यह अब यह हर व्यवसाय की तरह हो गया है। वो पहले तो आपके अच्छे दोस्त की तरह अंदर आते हैं ईस्ट इंडिया कंपनी की तरह, फिर धीरे-धीरे वह कॉलोनिस्ट हो जाते हैं और फिर आपके ऊपर शासन करना शुरू कर देते हैं।
अनुराग ने कहा कि जिस तरह से स्ट्रीमर्स आगे बढ़ रहे हैं यह एक चिंता का विषय है कि थिएटर बिजनेस से बाहर हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि धीरे-धीरे आप देखेंगे कि क्या होगा, वो थिएटर बंद कर देंगे क्योंकि थिएटर ओटीटी के दुश्मन हैं। इसके अलावा भी उन्होंने कई मुद्दों पर बातचीत की।
बता दें कि अनुराग कश्यप ने पिछले कुछ साल में ओटीटी स्ट्रीमिंग स्पेस में ज्यादातर काम किया है। निर्देशक की पहली ओटीटी वेब सीरीज सेक्रेड गेम्स थी जो कि नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई थी। 2020 में उनकी फिल्म चोक्ड भी ओटीटी पर रिलीज हुई है। इसके अलावा वह दो और नेटफ्लिक्स की एंथोलॉजी लस्ट स्टोरीज और घोस्ट स्टोरीज का भी हिस्सा रही हैं।