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इस तरह राजेंद्र कुमार की फिल्म डॉन में शामिल होने की तमन्ना पूरी नहीं हो सकी.
आज दिग्गज अभिनेता राजेंद्र कुमार की जयंती (Rajendra Kumar Birth Anniversary) है. राजेंद्र कुमार हिंदी सिनेमा के बहुत ही टैलेंटेड कलाकारों में से एक थे. राजेंद्र कुमार इकलौते ऐसे कलाकार थे, जिनकी लगातार कई फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर कामयाबी का स्वाद चखा. राजेंद्र कुमार को इसी वजह से जुबली कुमार के नाम से बुलाया जाता था. 1950 में उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी. वह दिलीप कुमार और नरगिस स्टारर फिल्म जोगन में एक छोटे से किरदार में नजर आए थे.
इसके बाद वह 80 से भी ज्यादा फिल्मों में नजर आए. हालांकि, उन्हें पहचान मिली 1955 में रिलीज हुई फिल्म वचन से. यह फिल्म राजेंद्र कुमार की पहली सिल्वर जुबली थी. राजेंद्र कुमार ने दिल एक मंदिर, आरजू, मेरे महबूब और संगम जैसी कई सुपरहिट फिल्में 60 के दशक में हिंदी सिनेमा को दीं, लेकिन 70 के दशक तक आते-आते उनका इंडस्ट्री में चार्म खत्म होने लगा था. वो इसलिए क्योंकि ये वो दौर था जब राजेश खन्ना उर्फ काका की किस्मत चमक गई थी.
डॉन में ये किरदार निभाना चाहते थे राजेंद्र कुमार
अपना करियर ढलान की ओर बढ़ता देख राजेंद्र कुमार को एक ऐसे किरदार की तलाश थी, जो उनकी उम्र से मिलता-जुलता तो हो, लेकिन काफी प्रभावशाली हो, ताकि वह इंडस्ट्री में बने रहें. इस बीच राजेंद्र कुमार को पता चला कि निर्देशक चंदा बारोट एक फिल्म बना रहे हैं. यह फिल्म थी 1978 में रिलीज हुई डॉन. इस फिल्म की कहानी सलीम खान ने लिखी है.
राजेंद्र कुमार को पता चला कि फिल्मकार डॉन के लिए फाइनेंसर की तलाश में लगे हैं. ऐसे में राजेंद्र कुमार ने ही सामने से फिल्म डॉन को फाइनेंस करने का प्रस्ताव चंद्रा बारोट और सलीम खान के सामने रख दिया. इसी सिलसिले में एक दिन सलीम और चंद्रा ने राजेंद्र कुमार से मुलाकात की. अन्नू कपूर अपने एक शो में बताते हैं कि सलीम खान और चंद्रा बारोट ने कहानी पर चर्चा करना शुरू किया तो राजेंद्र कुमार ने बातों-बातों में पुलिस अधिकारी वाले किरदार को निभाने की शर्त रख दी.
सलीम और चंद्रा को रास नहीं आई राजेंद्र की सलाह
वही किरदार जो अभिनेता इफ्तेखार द्वारा फिल्म डॉन में निभाया गया था. रोल देने पर तो सलीम और चंद्रा को कोई आपत्ति नहीं हुई, लेकिन जब राजेंद्र कुमार ने अपना रोल बढ़ाने और उसको लेकर और मशविरा देना शुरू किया तो सलीम और चंद्रा का मन खराब हो गया. काफी देर तक राजेंद्र फिल्म को लेकर सलाह देते रहे. फिर जब मीटिंग खत्म हुई और वे दोनों राजेंद्र के दफ्तर से बाहर निकले, तब सलीम खान ने चंद्रा बारोट से कहा कि ये मामला जमेगा नहीं.
सलीम खान की बात सच निकली. इसके बाद राजेंद्र कुमार के हाथ से पुलिस अधिकारी का किरदार तो निकला ही, साथ ही उन्हें फिल्म फाइनेंस करने का मौका भी नहीं मिला. इस तरह राजेंद्र कुमार की फिल्म डॉन में शामिल होने की तमन्ना पूरी नहीं हो सकी.
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