Amitabh Bachchan KBC 14: कहते हैं कि सोशल मीडिया एक ऐसा प्लेटफॉर्म है, जहां आप अपने विचार स्वतंत्र तरीके से रख सकते हैं. आपके मन में जो चल रहा है, उसे बता सकते हैं. फैन्स और फॉलोअर्स के साथ इंट्रैक्ट भी कर सकते हैं. कुछ लोगों के लिए यह प्लेटफॉर्म काफी कारगर साबित होता है तो कई रातों-रात इससे मशहूर हो जाते हैं. कुछ को इसके जरिए ताने और भद्दे कॉमेंट्स सुनने पड़ते हैं. आप सोच रहे होंगे कि हम इसके बारे में क्यों बात कर रहे हैं. तो आपको बता दें कि टीवी पर क्विज शो 'कौन बनेगा करोड़पति 14' शुरू हुआ है.
सोशल मीडिया पर बनाया है परिवार
हर बार की तरह इस बार भी अमिताभ बच्चन ही इस शो को होस्ट कर रहे हैं. कंटेस्टेंट्स से सवाल पूछ रहे हैं. दर्शक हर बार की तरह इस बार भी खूब उत्साह से यह शो देख रहे हैं. मंगलवार के एपिसोड में मुंबई के रहने वाले समित शर्मा ने हॉट सीट तक का सफर तय किया. फास्टेस्ट फिंगर फर्स्ट का जवाब देकर वह अमिताभ बच्चन संग खेल की शुरुआत करने पहुंचे. बातों ही बातों में अमिताभ बच्चन ने उनसे सोशल मीडिया के बारे में पूछा. क्या उन्हें यह प्लेटफॉर्म पसंद है और वह इसका इस्तेमाल कितना करते हैं? इसपर समित ने अपनी राय रखते हुए कहा कि जब भी उन्हें कोई नया आइडिया आता है, तभी वह इस प्लेटफॉर्म पर जाते हैं. अपने फैन्स और फॉलोअर्स के सामने ब्लॉग के जरिए बात को रखते हैं.
बस समित का इतना कहना हुआ कि अमिताभ बच्चन ने इस प्लेटफॉर्म से कैसे रूबरू हुए इसके बारे में बताया. अमिताभ बच्चन ने कहा कि कुछ सालों पहले मैंने भी इस प्लेटफॉर्म के बारे में सुना और लोगों से पूछा, यह क्या है? लोगों ने बताया कि आप जो लिखते हैं, वह छप जाता है. बस हमने शुरुआत की. धीरे-धीरे लिखना शुरू किया, ब्लॉग बनाया और जनता हमसे जुड़ने लगी. फिर जब मैंने कुछ ऐसी ही फोटोज पोस्ट कीं और मन की बात लिखी जो कुछ लोगों को पसंद नहीं आई तो उन्होंने मुझे भद्दे कॉमेंट्स किए. मैंने पढ़े तो खराब महसूस हुआ. लोगों ने यहां तक लिखा कि अरे, तुम समझते क्या हो खुद को अमिताभ बच्चन हो तो? यह क्या लिख दिया तुमने? उसके बाद से ही मैं बहुत सोच-समझकर सोशल मीडिया पर चीजें पोस्ट करने लगा हूं.
अमिताभ बच्चन ने आगे कहा कि मेरे ब्लॉग में कुछ निजी लोग भी जुड़े हैं जो आकर पढ़ते हैं. मैंने उन्हें ef नाम दिया है, जिसका मतलब होता है एक्स्टेंडेड फैमिली (बढ़ता हुआ परिवार). मेरा यहां अच्छा नहीं, बहुत अच्छा परिवार बन गया है, जिनसे मैं कनेक्ट कर पाता हूं. समय नहीं मिल पाता है, लेकिन इनसे कनेक्ट करने के लिए मैं समय निकालता हूं. यहां 'केबीसी' की शूटिंग से छुट्टी मिलेगी तो जाऊंगा और लिखूंगा. 24 घंटे में बस यही समय मिलता है. बड़ा सुकून मिलता है उनके लिए लिखकर. बस ऐसे ही मैं अपने परिवार से कनेक्ट रहता हूं.