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Amitabh Bachchan को इस शख्स के कारण मिली थी पहली फिल्म, टैलेंट कॉन्टेस्ट में राजेश खन्ना से हार गए थे

Neha Dani
11 Oct 2022 4:18 AM GMT
Amitabh Bachchan को इस शख्स के कारण मिली थी पहली फिल्म, टैलेंट कॉन्टेस्ट में राजेश खन्ना से हार गए थे
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इसने उनके आलोचकों को करारा जवाब दिया।
11 अक्टूबर को बॉलीवुड के शहंशाह कहे जाने वाले अमिताभ बच्चन का जन्मदिन है। इस उम्र में भी अमिताभ लगातार काम कर रहे हैं और सबसे सक्रिय अभिनेताओं में हैं। साल 1942 में इलाहाबाद में जन्मे अमिताभ बच्चन की शुरुआती पढ़ाई नैनीताल के शेरवुड कॉलेज में हुई। उसके बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के किरोड़ीमल कॉलेज से ग्रेजुएशन किया। स्कूल के दिनों में ही वह नाटक में हिस्सा लेने लगे थे। उनके दिल्ली के दोस्तों ने बताया कि कोलकाता में नौकरी मिलना आसान है। इसके लिए जरूरी था कि वो अच्छा दिखें और अच्छा बोल लें। तो उन्होंने एक नया सूट सिलवाया और कोलकाता नौकरी करने पहुंच गए। उन्होंने पैसे कमाने शुरू कर दिए। हालांकि उनका मन इस नौकरी में नहीं लगा और वहां उन्होंने एक नाटक मंडली भी ज्वॉइन कर ली।
ऐसे मिली पहली फिल्म
अमिताभ के बड़े भाई अजिताभ ने उन्हें लेकर फिल्म बनाने की शुरुआत की। अजिताभ के पास उनके पिता हरिवंश राय बच्चन का रूस से लाया हुआ कैमरा था। कोलकाता में रहते हुए अमिताभ बच्चन की कुछ तस्वीरें खींची गई थीं जिसे अजिताभ ने फिल्म फेयर माधुरी टैलेंट कॉन्टेस्ट के लिए भेजा। इस कॉन्टेस्ट को राजेश खन्ना ने जीत लिया था। इसी बीच अमिताभ बच्चन की मुलाकात मशहूर मॉडल नीना सिंह से हुई। नीना सिंह को ख्वाजा अहमद अब्बास ने फिल्म सात हिंदुस्तानी के लिए चुना था। अजिताभ ने अमिताभ की फोटोज नीना सिंह को दी और नीना ने वो फोटोज ख्वाजा अहमद अब्बास को दी। ख्वाजा अहमद अब्बास को अपनी फिल्म सात हिंदुस्तानी के लिए आखिरी हीरो की जरूरत थी।
बॉलीवुड के एंग्री यंग मैन बने
कोलकाता में अपनी नौकरी छोड़कर अमिताभ बच्चन मुंबई पहुंचे और जल्द ही वह ख्वाजा अहमद अब्बास की फिल्म के लिए चुन लिए गए। निर्देशक की मदद से ही उन्हें फिल्म आनंद मिली। आनंद के बाद से ही अमिताभ बच्चन को लोकप्रियता मिली और लोगों के बीच उनकी पहचान बढ़ गई। फिर जंजीर आई और उनकी छवि एंग्री यंग मैन की बनी।
मीडिया से दूरी
अमिताभ बच्चन के करियर में एक वक्त ऐसा भी आया जब उन्होंने मीडिया से बात करना बंद कर दिया था। रेखा को लेकर उनके बारे में तमाम खबरें छपती थीं। जब कुली के एक्सीडेंट के दौरान वो ठीक होकर वापस लौटे तो मीडिया के साथ ये दूरी खत्म हुई।
गांधी परिवार के साथ रिश्ते में दरार
फिल्मों में नाम कमाने के बाद साल 1984 में राजीव गांधी के कहने पर अमिताभ बच्चन ने चुनाव लड़ा। वो इलाहाबाद से सांसद बने लेकिन बोफोर्स विवाद में घिर गए। पूरा देश उनकी आलोचना कर रहा था। अमिताभ बेदाग निकले लेकिन गांधी परिवार के साथ उनके रिश्तों में दरार पड़ गई। राजनीति छोड़ अमिताभ ने फिर से फिल्मों में वापसी की और उन्होंने फिल्म मर्द की। यह फिल्म हिट हुई। इसने उनके आलोचकों को करारा जवाब दिया।

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