लता मंगेशकर को अंतिम विदाई देने पहुंचे अमिताभ बच्चन, देखें वीडियो
मुंबई। लता मंगेशकर को आखिरी अलविदा कहने के लिए सदी के महानायक अमिताभ बच्चन उनके घर प्रभुकुंज पहुंच गए हैं. अमिताभ बच्चन के साथ उनके बेटी श्वेता बच्चन भी प्रभुकुंज पहुंची है. उनके अलावा डायरेक्टर संजय लीला भंसाली भी लता दीदी के अंतिम दर्शन को पहुंचे हैं.
स्वर कोकिला लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि देने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम को मुंबई पहुंचेंगे. मुंबई के शिवाजी पार्क में पीएम मोदी लता मंगेशकर के अंतिम दर्शन करेंगे. पीएम मोदी ने लता मंगेशकर के निधन पर ट्वीट कर शोक व्यक्त किया था. लता मंगेशकर के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफी स्नेह रहा है. कई मौकों पर दोनों की मुलाकात भी हुई है.
#WATCH Amitabh Bachchan arrives to pay last respects to singer Lata Mangeshkar at her 'Prabhukunj' residence in Mumbai pic.twitter.com/BKzJflbLpX
— ANI (@ANI) February 6, 2022
भारत की स्वर कोकिला लता मंगेशकर का निधन हो गया है. लता मंगेशकर को 8 जनवरी को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था. इसके बाद उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पातल में भर्ती करवाया गया. लता लगभग एक महीने से अस्पताल के आईसीयू में वेंटिलेटर सपोर्ट पर थीं. अस्पताल के डॉक्टर प्रतीत समदानी संग उनकी टीम लता की देखरेख और इलाज कर रहे थे. आज लता मंगेशकर दुनिया को अलविदा कह गई हैं. उनका अंतिम संस्कार आज शा मुंबई के शिवाजी पार्क में होना है.
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, सिर्फ गाने के लिए ही लता दीदी जुनूनी नहीं थीं. संगीत के अलावा उन्हें समाज सेवा करना, क्रिकेट देखना, हॉलीडेज पर जाना औऱ स्लॉट मशीन खेलना भी बहुत पसंद था. लता मंगेशकर बॉलीवुड को तो बेहद पसंद करती थीं. वहीं उन्हें हॉलीवुड फिल्मों का भी शौक था. उनकी फेवरेट हॉलीवुड फिल्म थी 'द किंग एंड आई'. रिपोर्ट्स के मुताबिक दीदी ने बताया था कि इस फिल्म को वह 15 बार देख चुकी थीं. 'सिंगिंग इन द रेन', 'द जेम्स बॉन्ड' लता दीदी की फेवरेट फिल्में थीं. लता मंगेशकर को फिल्में घर से ज्यादा थिएटर्स में देखना पसंद था.
लता मंगेशकर जितना साधारण जीवन जीती थीं उतने ही ऊंचे उनके शौक थे. दीदी को गाड़ियों का बहुत शौक था. दीदी ने अपने लिए ग्रे हिलमैन (Grey Hillman) और ब्लू शेवरले (Blue Chevrolet) और मर्सिडीज (Mercedes) भी खरीदी थी. लता मंगेशकर दिल की बहुत कोमल थीं, वह किसी का भी दुख नहीं देख सकती थीं. दीदी का मानना था कि खुशियां बांटने से बढ़ती हैं. एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था- 'मैं हमेशा सोचती हूं कि खुशियां दुनिया में बांटने से बढ़ती हैं. और दुख खुद में रखने के लिए होता है.' दीदी जानवरों का भी बहुत सोचती थीं. दीदी के घर में 9 कुत्ते थे, जिन्हें वे रोज फीड करती थीं.
लता मंगेशकर क्रिकेट की बहुत बड़ी फैन थीं. अकसर वह अपनी रिकॉर्डिंग्स के बाद ब्रेक में टेस्ट मैच देखना पसंद करती थीं. दूसरी तरफ उन्हें कुकिंग करना भी बहुत अच्छा लगता था. ये उनके पैशन्स में से एक था. इतना ही नहीं लता मंगेशकर फोटोग्राफी का शौक भी रखा करती थीं. उनके पास Rolleiflex का कैमरा था जिससे वह अपनी मनपसंदीदा चीजों को कैप्चर कर लिया करती थीं.