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अक्षय कुमार से हुई गलती, एक्स आर्मी ऑफिसर के सवालों का देना पड़ा जवाब

Nilmani Pal
17 Oct 2021 7:03 AM GMT
अक्षय कुमार से हुई गलती, एक्स आर्मी ऑफिसर के सवालों का देना पड़ा जवाब
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बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार (Akshay Kumar) ने हाल ही में अपनी अपकमिंग फिल्म 'गोरखा' (Gorkha) के दो पोस्टर रिलीज किए थे। देखते ही देखते गोरखा के ये पोस्टर्स सोशल मीडिया पर वायरल हो गए, हालांकि अब एक उसमें एक्स आर्मी ऑफिसर ने गलती पकड़ी है, जिसका अक्षय ने जवाब भी दिया है। दरअसल एक्स गोरखा ऑफिसर मेजर मनिक एम जॉली ने इस बात को प्वाइंट आउट किया है कि पोस्टर में जिस तरह से खुकरी को पकड़े हुए दिखाया गया है वो सही नहीं है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, 'प्रिय अक्षय कुमार, एक एक्स गोरखा ऑफिसर के तौर पर इस फिल्म को बनाने के लिए मैं आपका धन्यवाद करता हूं... हालांकि, विवरण मायने रखता है। कृपया खुकरी को ठीक करें, दूसरी तरफ तेज धार है..... यह तलवार नहीं है। खुकरी ब्लेड के अंदरूनी हिस्से से वार करता है। धन्यवाद।'

वहीं अक्षय कुमार ने भी इस रिप्लाई किया और उन्होंने लिखा, 'प्रिय मेजर जॉली... इसे इंगित करने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। फिल्म बनाते समय हम अत्यधिक सावधानी बरतेंगे। मुझे गोरखा बनने पर बहुत गर्व और सम्मान है। इसे वास्तविकता के सबसे करीब लाने के लिए किसी भी सुझाव की सबसे अधिक सराहना की जाएगी।'

अतरंगी रे और रक्षा बंधन के बाद आनंद एल राय की कलर येलो प्रोडक्शंस और अक्षय कुमार की केप ऑफ गुड फिल्म्स ने एक बार फिर हाथ मिलाया है। वे भारतीय सेना की गोरखा रेजिमेंट (५वीं गोरखा राइफल्स) के एक महान अधिकारी मेजर जनरल इयान कार्डोजो के जीवन पर आधारित एक बायोपिक के लिए साथ आए है फिल्म का निर्देशन राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता संजय पूरन सिंह चौहान करेंगे। अक्षय उस महान युद्ध नायक की भूमिका निभाएंगे, जिसने 1962, 1965 के युद्धों में , और विशेष रूप से 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में लड़ाई लड़ी थी। एक युद्ध आइकन के बारे में यह एक विशेष फिल्म होने के नाते अभिनेता ने इसे खुद पेश करने का फैसला किया है।

इस बारे में मेजर जनरल इयान कार्डोजो कहते है, 'इस कहानी को 1971 के युद्ध की 50वीं वर्षगांठ पर सांझा होने पर मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूं। यह भारत के सशस्त्र बलों के साहस और बलिदान की याद दिलाता है। मैं आनंद और अक्षय के साथ काम करने के लिए उत्सुक हूं क्योंकि वे इसे जीवन में ला रहे है। यह कहानी भारतीय सेना के हर अधिकारी के मूल्यों और भावना को दर्शाती है।


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