अभिनेत्री विद्या बालन जल्द ही फ़िल्म जलसा में नज़र आनेवाली हैं.उनकी यह फ़िल्म ओटीटी प्लेटफार्म अमेज़न प्राइम वीडियो पर प्रदर्शित होगी.विद्या साफतौर पर कहती हैं कि अभिनेत्रियों के लिए यह सबसे बेहतरीन समय है.एक्टर के लिए उतने लेयर्ड वाले किरदार नहीं लिखें जा रहे हैं जितना हम अभिनेत्रियों के लिए लिखे जा रहे हैं.उर्मिला कोरी से हुई बातचीत के प्रमुख अंश |
इस फिल्म को पहले मना कर दिया था: हां क्योंकि शुरुआत में मुझमें इस भूमिका को करने की हिम्मत नहीं थी. यह एक ग्रे कैरेक्टर है इसलिए मैं जज कर रही थी और मुझे लगा कि लोग भी मुझे जज करेंगे. जब महामारी हुई तो इसने सभी की सोच बदल दी. मेरी भी बहुत बदली.आप अपने और दूसरों के बारे में सोचने लगते हैं, फिर मुझे लगा कि हर कोई अपनी जगह पर अच्छा है और आप हर किसी को जज नहीं कर सकते. जब मुझे यह अहसास हुआ तो मैं माया का किरदार निभाने के लिए तैयार थी |
ओटीटी के आने से क्या आपको लगता है कि अभिनेत्रियों को ज़्यादा बेहतर भूमिकाएं मिल रही हैं: ओटीटी किसी फिल्म या टेलीविजन की तरह नहीं है. यह बिल्कुल अलग माध्यम है. इसने एक्टर्स या कहानी कहने के मामले में भेदभाव के बीच की रेखा को ही मिटा दिया है. इसमें सभी के लिए और हर चीज के लिए जगह है. यही कारण है कि मुझे लगता है कि ओटीटी प्लेटफॉर्म पर प्रतिभाएं तैयार हो रही हैं. यह बहुत ही रोमांचक समय है.