ज्योतिषाचार्य पं. दयानंद शास्त्री ने बताया कि रेखा के जन्म के समय पंचम भाव मनोरंजन का स्वामी द्वादश होकर लग्न में मित्र राशि धनु का है जिसने एक उत्तम कलाकार के रूप में हिन्दी फिल्मों में इन्हें स्थापित किया। लग्न में नीच के राहु के साथ मंगल सप्तम पर शनि युक्त मंगल की दृष्टि ने दाम्पत्य सुख से वंचित रखा। सितारों का संकेत है फिल्मी सफर चाहे थम जाए पर रेखा के चर्चे हमेशा बने रहेंगे।
रेखा की संभावित कुंडली
रेखा के जन्म समय में चन्द्र वृश्चिक राशि पर परिभ्रमण कर रहा था जिसने रेखा को लोक विख्यात बनाया। कुंडली में चन्द्र की स्थिति के कारण रेखा ने अपने पराक्रम के द्वारा ख्याति एवं धन अर्जित किया। सूर्य ने रेखा को अच्छी उन्नति प्रदान की। वहीं, मंगल ने रेखा को उग्र स्वभाव का बनाया। कुंडली में शुक्र की स्थिति ने रेखा को आर्थिक सुख तो प्रदान किया, परंतु कही-कही स्वजनों को बैरी भी बनाया।