साल 2017 में अभिनेत्री से हुए यौन उत्पीड़न मामले में मलयालम अभिनेता दिलीप बुरी तरह फंसे हुए हैं। दिलीप और उनके साथियों पर इस मामले की जांच कर रहे अधिकारियों को धमकाने का आरोप हैं। केरल उच्च न्यायालय ने गुरुवार को मलयालम अभिनेता दिलीप और अन्य आरोपियों की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई को कल तक के लिए स्थगित कर दिया, जो कि 2017 अभिनेत्री संग हुए यौन उत्पीड़न मामले की जांच कर रहे अधिकारियों को कथित तौर पर धमकी देने के मामले में थी। इस बीच, दिलीप ने इस मामले में आगे की जांच को निलंबित करने की मांग करते हुए एक आवेदन दिया।
सुनवाई के दौरान वकील ने कहा कि साजिश आरोपियों की तरफ से नहीं हुई है। साजिश एडीजीपी और अन्य अधिकारियों के बीच छिपे हुए एक एजेंडे की है। वह याचिकाकार्ता (दिलीप) को सलाखों के पीछे करना चाहते हैं। अभियोजन पक्ष अपराध की जांच नहीं कर रहा है, वे अपराधी को परेशान कर रहे हैं। वे मीडिया को याचिकाकर्ता के खिलाफ करने के लिए एक के बाद एक मामले जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।' इसके अलावा, वकील ने कहा कि इस नकली जांच को आगे बढ़ाने से फ्री ट्रायल के अधिकार का उल्लंघन होता है। यह कानून की प्रक्रिया का अभाव है। '
बता दें कि अभिनेत्री यौन उत्पीड़न मामले में क्राइम ब्रांच ने 9 जनवरी को दिलीप के एक कथित ऑडियो क्लिप के आधार पर एक जांच अधिकारी द्वारा दायर शिकायत पर मामला दर्ज किया था। इस ऑडियो क्लिप में अभिनेता दिलीप को कथित तौर पर अधिकारी पर हमला करने की साजिश करते हुए सुना गया था। जिसके बाद अभिनेता और पांच अन्य लोगों पर आईपीसी के विभिन्न प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया था, जिसमें धारा 116 (अपहरण), 118 (अपराध करने के लिए डिजाइन छुपाना), 120 बी (