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एक्टर अलोपी वर्मा का हुआ निधन, थिएटर की दुनिया में थे काफी मशहूर
Gulabi Jagat
11 April 2022 11:47 AM GMT

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अलोपी वर्मा का हुआ निधन
'भारत की खोज' (Bharat Ki Khoj) फेम अभिनेता और प्रसिद्ध निर्देशक अलोपी वर्मा (Alopi Verma) का आज 11 अप्रैल, 2022 को निधन हो गया है. थिएटर की दुनिया में मशहूर इस एक्टर ने आज सुबह अपनी अंतिम सांस ली. उन्हें प्रसिद्ध शो भारत की खोज के एपिसोड में पार्षद और रूपचंद (Roopchand) की भूमिका के लिए जाना जाता था, जो 90 के दशक की शुरुआत में काफी लोकप्रिय था. इसके अलावा, अलोपी वर्मा ने अपने करियर में कई तरह के नाटकों का सफल निर्देशन भी किया था. वह खुद एनएसडी के छात्र थे. जी हां, नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से अलोपी वर्मा ने एक्टिंग और निर्देशन की ट्रेनिंग ली थी.
साल 2019 में उतर प्रदेश के लखनऊ शहर की जानी-मानी नाट्य संस्था भरतरंग और ऑप्यूलेंट स्कूल ऑफ एक्टिंग एण्ड फाइन आर्टस्, के संयुक्त तत्वावधान में आगामी साहित्यकार स्व. धर्मवीर भारती के नाटक अंधा युग को फिर एक बार सबके सामने पेश करने की जिम्मेदारी अलोपी वर्मा को दी गईं थी. राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) से स्नातक एवं वरिष्ठ रंगकर्मी, नाट्य निर्देशक अलोपी वर्मा ने इस नाटक का निर्देशन किया था. महाभारत युद्ध के अंतिम दिन की कथावस्तु पर आधारित यह नाटक कलामंडपम प्रेक्षागृह, कैसरबाग में पेश किया गया था.
काफी चैलेंजिंग था 'अंधायुग' का निर्देशन
नाटक अंधायुग के बारें में बात करते हुए निर्देशक अलोपी वर्मा ने बताया था कि, "अंधा युग एक काव्य है जिसे मंच पर काफी खूबसूरती से पेश किया जा सकता है, मतलब यह नाट्य फॉर्मेट में लिखी गयी रचना है जिसके संवाद एक काव्य की तरह है. इस नाटक के ज्यादातर संवाद कईं तरह की कविताओं का ही मिश्रण हैं." नाटक को काव्यात्मक संवाद की तरह पेश करने की वजह बताते हुए उन्होंने कहा था कि सामान्य दर्शकों को कविताओं में कहानी को समझना और कंठस्थ करना काफी आसान होता है.
लेतें थे एक्टिंग की कार्यशाला
आपको बता दें, अलोपी न खेवल एक सफल निर्देशक और एक्टर थे बल्कि वह खुद लोगों को एक्टिंग का प्रशिक्षण भी देते थे. उनकी एक्टिंग कार्यशाला में कईं जाने माने अभिनेताओं ने एक्टिंग की ट्रेनिंग ली है. उनसे शिक्षा लेने वाले कईं एक्टर थिएटर की दुनिया में तरक्की कर रहे हैं.
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