अक्षय कुमार इंडस्ट्री के सबसे एक्टिव स्टार्स में से एक माने जाते हैं. ऐसा कोई पल नहीं है जब अक्षय काम नहीं करते. वो जल्दी उठते हैं, समय से काम पर जाते हैं और परिवार के साथ बिताने के लिए भी समय निकालते हैं. सालभर में एक्टर की चार से पांच फिल्में आती ही हैं. इसे लेकर कई बार अक्षय को सवालों का सामना करना पड़ता है. अब उन्होंने सभी को इसका जवाब दे दिया है.
एक इवेंट के दौरान अक्षय कुमार ने कहा कि सोशल मीडिया पर अपने ज्यादा काम करने की आलोचना को समझ नहीं पाते हैं. उन्हें समझ नहीं आता कि अगर वो ज्यादा काम कर रहे हैं तो इससे दूसरों को क्या तकलीफ है. उनसे इवेंट में एक बार फिर पूछा गया कि वो एक साल में 4-5 फिल्मों में काम क्यों करते हैं. इसपर अक्षय कुमार ने कहा, 'मुझे एक बात बताओ, क्या कोई भी इंसान यहां ऐसा है जो अपने बच्चों को काम करने पर पूछता है कि इतना काम क्यों कर रहे हो? लोग पूछते हैं इतना जुआ क्यों खेलते हो, इतना पीते क्यों हो. लेकिन अगर कोई ज्यादा काम कर रहा हो तो कौन पूछता है?'
एक्टर ने कहा कि वो सालभर में चार फिल्में करते हैं और आगे भी करते रहेंगे. उन्होंने कहा, 'मैं एक साल में चार फिल्में करता हूं. हां, मैं करता हूं. मैं विज्ञापन करता हूं, हां. मैं काम करता हूं, लेकिन मैं किसी का काम चुरा नहीं रहा हूं. मुझे समझ नहीं आता. मीडिया के लोग मुझसे पूछते हैं आप जल्द क्यों उठते हो? लेकिन सुबह तो उठने के लिए ही होती है न.' अक्षय आगे बोले, 'वो मुझसे पूछते हैं आप जल्दी क्यों सोते हो? अरे बेवकूफ, रात को सोता है आदमी. मुझे समझ नहीं आता मैं क्या गलत कर रहा हूं. मैं काम करूंगा, कौन नहीं करेगा अगर उसके पास मौका है तो. मैं चार फिल्में करूंगा. मैं 50 दिन दूंगा अगर जरूरत है तो, और 90 दिन भी दूंगा अगर जरूरत पड़ी तो.'
इवेंट में एक और जरूरी चीज के बारे में अक्षय कुमार से बात की गई. उनसे पूछा गया कि 2022 उनके साथ-साथ हिन्दी सिनेमा के लिए अच्छा नहीं रहा है. अक्षय की चार फिल्में इस साल आईं और नहीं चलीं. इसके अलावा और भी बहुत-सी फिल्में थीं जो इस साल आकर डूब गईं. तो ये क्या हो रहा है. जवाब में अक्षय कुमार ने कहा कि चीजें बदल गई हैं. दर्शक फिल्में देखने नहीं आना चाहते और ये हमारी गलती है, दर्शकों की नहीं. हमें सबकुछ दोबारा सोचने और शुरू से शुरू करने की जरूरत है.
उन्होंने ये भी कहा कि कोरोना कर बाद सबकुछ बदल गया है. मंदी का दौर चल रहा है. इसका मतलब है कि उन्हें अपनी फीस कम करनी होगी. ऐसे में सिर्फ एक्टर्स को ही नहीं बाकी प्रोड्यूसरों को भी इस बारे में सोचना होगा.